जोहार छत्तीसगढ़-लैलूंगा।
आदिवासी क्षेत्रों में कच्ची महुआ शराब की बिक्री पर कोई लगाम नहीं है। रोजाना पुलिस इन शराब बिक्री करने वालों पर कार्यवाही कर रही है। वावजूद शराब बिक्री कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही है और इस काले धंधे में पुरुषों के साथ महिलाएं भी जमकर इस सामाजिक बुराई का साथ दे रही है। बीते दिनों लैलूंगा पुलिस की टीम ग्राम किलकिला, टुरटुरा, लिबरा, कमरगा, कटकलिया की ओर पेट्रोलिंग करने निकली थी। ऐसे में लैलूंगा पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली कि ग्राम नारायणपुर मुड़ापारा की सुमति मांझी पति स्व जहलू मांझी अवैध रूप से हाथ भ_ी की बनी हुई महुआ शराब अपने घर के बाड़ी में बिक्री कर रही है। और इस सूचना के बाद लैलूंगा पुलिस ने जमुना बाई एवं मंतोष केवंट को तलब किया और साथ लेकर ग्राम नारायणपुर मुड़ापारा पहुंचे तो मुखबीर के बताये स्थान पर एक महिला दिखी जिसके पास पहुंचने पर अचानक से घबरा गयी एवं एक झोला को बाड़ी तरफ छुपाने लगी। जिससे पुलिस को साफ स्प्ष्ट हो गया और मौके पर घेराबंदी करते हुए महिला को पकड़ा और नाम पता पूछने पर अपना परिचय सुमति मांझी पति स्व. जहलू मांझी उम्र 41 साल सा. नारायणपुर मुड़ापारा की रहने वाली बताने लगी। वहीं पूछताछ के दौरान सुमति मांझी के पास से एक झोला के अंदर दो-दो लीटर की प्लास्टिक बाटल में अवैध कच्ची महुआ शराब करीबन 4 लीटर जिसकी कीमत चार सौ रूपये एवं बिक्री रकम 20 रूपये तथा 4 नग डिस्पोजल गिलास बरामद किया। वहीं आरोपीया सुमति मांझी को इस कृत्य के लिए लैलूंगा पुलिस ने धारा 34 (1) (क) आबकारी एक्ट के तहत कार्यवाही की है।