धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़।
धरमजयगढ़ मुख्यालय से चंद किलोमीटर की दूरी पर बसा छोटा सा एक गांव मेडऱमार कालोनी कहने को यह गांव बहुत छोटा है लेकिन अवैध करोबार के लिए यह गावं बहुत आगे हैं। और इस गांव में अवैध करोबार करने वाले लोगों को किसी भी प्रकार का डर किसी को नहीं है ये लोग खुलेआम अवैध शराब, चोरी का कबाड़ को खपाने का काम कर रहे हैं। हर दो तीन दिन में कई कई ट्रक अवैध कबाड़ी इस कबाड़ दुकान से लोड़कर ले जाया जाता है। लेकिन किसी प्रकार की कोई कार्यवाही इस कबाड़ दुकानदार पर नहीं होता देख ग्रामीण भी अचंभित हो रहे हैं। कबाड़ दुकानदारों पर कार्यवाही नहीं होने के कारण नगर सहित आस पास के चोरी किये गये कबाड़ को चोर बड़े आसनी से खपा दे रहे हैं। क्षेत्र में आये दिन छोटा मोटा चोरी की घटना हो रहा है। चोरी छोटा मोटा होने के कारण लोग इसकी शिकायत भी नहीं करते हैं। कबाड़ दुकानदारों के चलते नगर में चोर भी पैदा हो रहे हैं स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि ऐसे कबाडिय़ों पर कड़ी कार्यवाही करें ताकि क्षेत्र के लोग चोरी से निजात पा सकें।
कच्ची शराब के नाम पर मशहूर मेडऱमार गांव
कच्ची महुआ शराब के नाम पर मेडऱमार कालोनी मशहूर हो गया है। इस गांव को जितना नाम से नहीं जानते उससे ज्यादा कच्ची शराब का गढ़ के नाम से जानते हैं। लंबे समय से कच्ची शराब का कारोबार इस गांव में खुलेआम कुछ लोग कर रहे हैं। कुछ लोगों के अवैध धंधा के कारण मेडऱमार कालोनी बदनाम होता जा रहा है। स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि ऐसे अवैध शराब बिक्रेताओं के ऊपर कड़ी कार्यवाही करें ताकि छोटे-छोटे नाबालिग शराब नशे की जकड़ से छुटकारा पा सकें।