धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़। बड़े बड़े गड्ढे व उबड़ खाबड़ सड़क की मार झेल रहे धरमजयगढ़ पत्थलगांव मार्ग के दिन अब बहुरने वाले हैं। इस सड़क के किनारे राष्ट्रीय राजमार्ग की फोरलेन बनाने की तैयारी की जा रही है। मार्ग को फोरलेन बनाने के लिए फ़िलहाल सर्वे का कार्य चल रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग बन जाने से धरमजयगढ़ पत्थलगांव मार्ग आवागमन के लिए आसान हो जाएगा। इस मार्ग के फोरलेन हो जाने से राहगीरों को काफी सहूलियत मिल सकेगी। बहरहाल शासन के इस प्रोजेक्ट को लेकर अब विवाद शुरू होने की सम्भावनायें जताई जा रही है। मामला है इस सड़क के अधिग्रहित स्वामियों द्वारा मुआवजा राशि अधिक पाने के लालच में रातोरात बड़े बड़े ढाबों तथा मुर्गा फार्म का निर्माण कर दे रहे हैं। इस प्रोजेक्ट में आने जमीन मालिक द्वारा किये जा रहे इस निर्माण से सम्भवतः इस फोरलेन के निर्माण में इस तरह की कई दिक्कतें सामने आ सकती है। या ये कहें कि मुआवजा के नाम पर शासन को करोड़ों की चपत लगाने की जो तैयारी धरमजयगढ़ से पत्थलगांव तक के जमीन स्वामियों ने शुरू कर दी है। उससे सरकार केवल घाटा ही है। इस कड़ी में अधिकतर जिन जगहों पर पोल्ट्री फार्म का निर्माण जारी है जिसकी ना तो किसी तरह की परमिशन ली जाती है। और ना ही प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को इसकी जानकारी होती है। इस पर भी खुली छूट दे देना अधिग्रहित स्वामियों के हौसले बढ़ाता है। जो आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा।