जोहार छत्तीसगढ़-बीजापुर।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जेके जिला अध्यक्ष चन्द्रैया सकनी ने मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि 17 दिसंबर 2020 को काला दिवस के रूप में पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस सरकार ने जन घोषणा पत्र जोगी कांग्रेस का कॉपी कर जारी कर लोगों को विश्वास में लेकर मतदान अपने पक्ष में करवाया व राज्य में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार 2 साल में अपने जन घोषणा पत्र के अनुरूप कोई भी काम नहीं किया। न शराब बंदी हुई, न युवाओं को मिला 2500 रूपये भत्ता, नौकरी न नियमितीकरण न बुजुर्गों को मिला 1500 रूपये पेंशन धान खरीदने में अनियमितता किसान कर रहे हैं आत्महत्या फ ल-फ ूल रहा हंै नशे का व्यापार छत्तीसगढ़ बन गया है अपराध का गढ़, न स्कूल बना न अस्पताल कोरोना में चला गया सैकड़ों की जान कुल मिलाकर कांग्रेस का लोक लुभावना और आकर्षण जन घोषणा पत्र झूठ का पुलिंदा और धोखा पत्र साबित हुआ। इससे छत्तीसगढ़ की जनता ठगा महसूस कर रही है। जिसके लिए एक दिवसीय धरना बीजापुर के किसान, युवाओं को साथ देकर महामहिम राज्यपाल छत्तीसगढ़ शासन रायपुर के नाम जिला कलेक्टर बीजापुर को देना था किसी कारण, धरना स्थल पहुंच तहसीलदार टीपी साहू ने ज्ञापन लिया।
धरना प्रदर्शन को मिला बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा का समर्थन
धरना में बीजापुर पहुंचे बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा के संभागीय संयोजक नवनीत चांद, ने कहा कि प्रदेश सरकार की वादाखिलाफ ी न केवल पूरे राज्य में बल्की बस्तर से किए गए विशेष वादों से की है। चाहे नगरनार स्टील प्लांट निजीकरण को रोकने की विफ लता हो या बस्तर के युवाओं को बेरोजगारी भत्ता व रोजगार देने की बात हो या नक्सली केस में झूठे तरीके से केस में फ ंसाये निर्दोष आदिवासियों की रिहाई हो या खनिज संपदा के दोहन की लूट व वन संपदा पर समर्थन मुल्य में खरीदी करने का वादा हो चाहे नगरीय क्षेत्रों में आबादी पट्टा का बात हो या ग्रामीण क्षेत्र में वन पट्टा की बात हो। चाहे किसानों कि धान समर्थन मूल्य में खरीदी की बात हो। या बस्तर में पेशा एक्ट को पूरी तरह से लागू की बात हो,पूरी तरह से राज्य सरकार वादों को निभाने में विफल रही। जिला संयोजक भरत कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री बस्तर के युवाओं से किए गए वादों को निभाए,बस्तर के स्वास्थ्य व शिक्षा व्यवस्था को और मजबूत करें।