जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
नगर से लगे गांव के लोगों का आक्रोश अब सीधे वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों पर फू ट रहा है। जंगली हाथियों के होने की खबर के वावजूद विभाग के अधिकारी कर्मचारी किसी प्रकार का ठोस कदम उठाने के बजाय महज सूचना देकर अपना ड्यूटी निभा रहे हैं। हाथी प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों का कहना है कि कोई भी वनरक्षक रात में अपनी ड्यूटी नहीं करता ऊपर से पूरी-पूरी रात इन इलाकों में विद्युत सप्लाई बंद कर दी जाती हैं। ऐसे में अंधेरे के साथ रतजगा करके ग्रामीण रात गुजार रहे हैं।
नगर के चीकटवानी यानी कि वार्ड क्र.15 की पार्षद मंजिला आगस्टिन एक्का ने विद्युत विभाग को बकायदा एक लिखित आवेदन देकर बिजली कटौती न करने की मांग करते हुए कहा है की रात में बिजली कटौती से हाथियों के साथ आमने सामने टकराने का खतरा बढ़ गया है और कभी भी कोई बड़ी अनहोनी घटना घट सकती हैं। बताया जा रहा है कि क्षेत्र में मौजूद जंगली हाथियों के दलों से हाथी अलग थलग होकर घूम रहे हैं। जो दिशा भटककर गांवों की ओर आ जाते हैं। बताया जा रहा है कि जंगली हाथियों का दल झूंड से अलग होकर गांव तक पहुंच आ रहा हैं विगत रात पोटिया के दो अलग-अलग स्थानों पर गांव में घुसकर खलिहान में रखे धान को जंगली हाथियों ने छिन्न-भिन्न कर पूरी तरह नुकसान पहुंचाया है। वही ग्रामीणों ने सम्बंधित विभाग से अपील की है। की हाथियों को गांव में आने से रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए। इसके अलावा खास बात तो यह है कि जंगली हाथियों की दहशत और बिना बिजली के रात गुजार रहे ग्रामीणों ने विभाग के जितने भी वनरक्षक है उन्हें गांवों में बने परिसर गाउन में ही रुककर ड्यूटी करने हल्ला बोल शुरू कर दिया है ताकि पता चल सके कि बिना बिजली तथा जंगली हाथी के खौफ के साये में किस तरह यहां के लोग दिन रात गुजार रहे हैं।