जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
किसान को अन्नदाता कहा जाता है। किसान कड़ी मेहनत कर अन्न उगाता है और सबका पेट भरता है। लेकिन किसान को हमेशा परेशानी का सामना करना पड़ता है। चाहे व मौसम की मार हो या बाजार में उसकी उपज की कीमत हो। लेकिन धरमजयगढ़ क्षेत्र के किसानों को तो कुछ अलग ही समस्या से जूझना पड़ रहा है। विगत दो दशकों से इस क्षेत्र में हाथियों ने डेरा जमा लिया है। जो जंगल से निकल कर गांव में भी जन-धन की हानि पहुंचा रहे हैं। वहीं बिजली की चपेट में आने से कई हाथियों की मौत भी हुई है। जिस कारण से किसानों के अस्थाई बिजली कनेक्शन को काट दिया गया है। जिसे लेकर किसान परेशान हैं। उक्त बातें बताते हुए प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के सदस्य टीकाराम पटेल ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से आगे कहा कि शासन इस समस्या को गम्भीरता से लेकर कोई जल्द से सार्थक पहल करे। पटेल ने शासन से मांग करते हुए कहा है कि किसानों को तत्काल स्थाई बिजली कनेक्शन दिया जाय। अगर स्थाई कनेक्शन देने में दिक्कत है तो सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केबल के माध्यम से अंडर ग्राउंड अस्थाई कनेक्शन दिया जा सकता है। धरमजयगढ़ हाथी प्रभावित क्षेत्र में किसान बहुत ज्यादा रबी फ सल लगाते हैं। और सिंचाई के लिए ट्यूबवेल का उपयोग करते हैं। यदि उन्हें तत्काल बिजली कनेक्शन नहीं दिया जाता है तो किसान फ सल लगाने से वंचित रह जाएंगे। कुछ सप्ताह पहले किसानों ने दुर्गापुर में समिति गठित कर धान खरीदी करने व किसानों को स्थाई बिजली कनेक्शन देने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम धरमजयगढ़ को ज्ञापन सौपे थे। जिस पर दुर्गापुर में धान खरीदी उपकेंद्र खोलने आदेश जारी हो गया है। जिससे किसान बहुत खुश हैं और शासन का आभार प्रकट करते हैं।उसी तरह स्थाई कनेक्शन के लिए भी शासन जल्दी उचित पहल करे जिससे किसान रबी फ सल लगा सकें।