जोहर छत्तीसगढ़.धरमजयगढ़।
केंद्र सरकार महिलाओं को जागरूक कर आत्मनिर्भर बनाने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना चला रही है। यह योजना छत्तीसगढ़ में बिहान के नाम से संचालित हो रही है।रायगढ़ में भी इस योजना का क्रियान्वयन हो रहा है।लेकिन जनपद पंचायत धरमजयगढ़ में यह योजना भगवान भरोसे चल रहा है। इस योजना के लिए शासन ने धरमजयगढ़ में अनेक अधिकारी कर्मचारी नियुक्त किया है।जो सिर्फ ऑफिस से ही योजना को संचालित कर रहे हैं।यह बात सही इसलिए है क्योंकि किस संगठन या समूह को कितनी राशि दी गई है और उसका समूह द्वारा क्या उपयोग किया जा रहा है। इन कर्मचारियों को पता ही नहीं है। बात दें कि बिहान योजना के तहत आपदा प्रबंधन राशि बिरहोर बाहुल्य ग्राम खलबोरा को लाख रुपये दिए गए हैं। जिसे ग्राम संगठन की एक पदाधिकारी ने समूह के अन्य सदस्यों को गुमराह कर आहरण कर ली है। जिस विषय पर हमारे संवाददाता ने बिहान के अधिकारियों से जानना चाहा तो वे ढुलमुल जबाब देने लगे या पता करने की बात कही।क्योंकि इन्हें पता ही नहीं है कि इतने रुपये का किया हुआ। जबकि बिहान के अधिकारी कर्मचारी के मार्गदर्शन में ही समूह के सभी गतिविधि संचालित होती है। लेकिन उक्त राशि के बिषय में अनजान होने से दाल में काला नजर आ रहा है।ग्राम संगठन के कई समुहों के पदाधिकारियों ने बताया कि कुछ दिन पहले जब हमें उक्त राशि के बारे में पता चला तो हम ऊपर के अधिकारियों को अवगत करा दिए हैं। बिहान योजना महिलाओं के उत्थान के लिए बहुत अच्छी योजना है। यदि अधिकारी कर्मचारी धरातल पर जा के काम करें। लेकिन मौके पर सिर्फ सक्रिय महिला ही नजर आती हैं जिन्हें महीने में मात्र पन्द्रह सौ रुपये दी जाती है।