धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़।
राष्ट्र ध्वज का अपमान करने वालों पर कार्यवाही किया जाता है। राष्ट्र ध्वज फहराने का कई नियम है। 15 अगस्त के दिन पूरे देश में ध्वजारोहण किया जा रहा था। लेकिन धरमजयगढ़ के अधिकत्तर कार्यालयों में ध्वजारोहण न कर सीधा झंडा फहरा दिया गया। क्या ध्वजारोहण के जगह झंडा फहराना गलत नहीं है? यह कौन बताये जब धरमजयगढ़ के मुख्या यानि एसडीएम ही जब ध्वजारोहण न कर झंडा फहराये फिर दूसरों की गलती कौन देखेगा। धरमजयगढ़ के कुछ ही कार्यालयों में 15 अगस्त 2020 को ध्वजारोहण किया गया। जबकि अधिकत्तर कार्यालयों में ध्वजारोहण न कर सीधे झंडा फहरा दिया। क्या इन अधिकारियों को झंडा फहराने का नियम कानून नहीं मालूम या फिर जानबूझकर ऐसा किया। सबसे पहले हम बात करते हैं एसडीएम आफिस की इस ऑफिस में भी कार्यायल प्रमुख यानि एसडीएम ने ध्वजारोहण न कर झंडा फहरा दिया। शिक्षा का मंदिर बीटीआई जहां से प्रशिक्षण लेकर लोग शिक्षक बनते हैं एक शिक्षक को क्या-क्या करना होता है इसकी पूरी शिक्षा दिया जाता है लेकिन यहां भी प्राचार्य कामिनी पूरी ने ध्वजारोहण न कर झंडा फहराया जबकि इनको मालूम होना चाहिए कि 15 अगस्त को ध्वजारोहण किया जाता है न कि झंडा फहराया जाता है। इसके बाद हम बात करते हैं 118 पंचायत वाला जनपद पंचायत का इस कार्यालय में भी जनपद अध्यक्ष पुनित राठिया द्वारा झंडा फहराया जबकि इनको ध्वजारोहण करना था। सबसे मजेदार बात है कि इस कार्यालय का झंडा को ऐसा बंधा था कि बड़ी मुश्किल से खुल पाया। इसी तरह महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी अंजेला कुजूर भी अपने कार्यालय में 15 अगस्त के दिन ध्वजारोहण के जगह झंडा फहराया जबकि मैडम जी को ध्वजारोहण करना था। कोरोना वायरस के चलते शासन द्वारा स्वतंत्रता दिवस मानाने के लिए दिशा निर्देश जारी किया गया था और शोस डिस्टेंस का पालन करते हुए भीड़ इक्कठा नहीं करना था लेकिन नगर पंचायत अधिकारी ने इस नियम का पालन न करते हुए भीड़-भाड़ के बीच नगर पंचायत अध्यक्ष तरूणा श्याम साहू के हाथों ध्वजारोहण न करा कर झंडा फहराया। यही हाल टीएसएस यानि आदिम जाति सेवा सहकारी समिति धरमजयगढ़ एवं अपैक्स बैंक का यहां भी इनके अध्यक्ष द्वारा झंडा फहरा दिया जबकि इनको भी ध्वजारोहण करना था। अब हम बात करते हैं धरमजयगढ़ विधायक निवास का विधायक निवास में भी इनके कार्यकत्र्ताओं द्वारा स्वतंत्रता दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया। लेकिन इनको भी ध्वजारोहण और झंडा फहराने में अंतर समझ में नहीं आया और यहां भी झंडा फहरा दिया गया।
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118 पंचायत वाली जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी होने के बाद भी अगर इस तरह की गलती करते हैं तो प्रशासन को ऐसे अधिकारी पर तत्काल कार्यवाही करना चाहिए।
- रमेश अग्रवाल उपाध्यक्ष जनपद पंचायत धरमजयगढ़
- जब हमारे द्वारा जनपद पंचायत अध्यक्ष पुनित राम राठिया से ध्वजारोहण के जगह झंडा फहराने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मैंने ध्वजारोहण किया है। लेकिन बड़ी विडंबना है कि हमारे द्वारा चूने गये जनपद अध्यक्ष को भी ये नहीं मालूम कि ध्वजारोहण और झंडा फहराने में क्या अंतर है। जबकि वीडियों में देख सकते हैं कि जनपद पंचायत अध्यक्ष के बातों में कितना सच है। इस कार्यालय का झंडा को बड़ी मुश्किल से चपरासी द्वारा खोला गया झंडे की रस्सी अध्यक्ष के हाथों धमा दिया।