प्रीतम जायसवाल, जोहार छत्तीसगढ़।
कोरबा। पुरानी सरकार के राशन कार्ड पर राशन वितरण कर अधिकारी सरकार को धोखे में रखे हुए हैं वही गरीब परिवारों को भी राशन कार्ड से संबंधित योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आने के बाद सभी परिवारों को नया राशन कार्ड बनाने अभियान चलाया गया था जो 8 जुलाई से शुरू हुआ 25 जुलाई और फिर 5 अगस्त की अंतिम मोहलत देते हुए समाप्त किया गया इस बीच कोरबा में भी लगभग सभी राशन कार्डों का नवीनीकरण हुआ ग्रामीण क्षेत्रों में कई पात्र गरीबों के राशन कार्ड निरस्त हुए तो कुछ में संबंधित हितग्राही के आधार नंबर गलत या अन्य त्रुटियां होने के चलते निरस्त किए गए जो आज तक नहीं बन पाए लेकिन नवीनीकरण के पूरा होने के बाद भी कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा ब्लाक अंतर्गत आने वाली कई पंचायतों में जैसे ग्राम पंचायत कुटेश्वर नगोई , ग्राम पंचायत बरतरई, ग्राम पंचायत मातिन, ग्राम पंचायत कटोरी नगोई जैसे कई ग्राम पंचायतो मे आधे अधूरे नए राशन कार्डों का वितरण किया गया है और बाकी हितग्राही पुराने राशन कार्ड लेकर राशन लेने जा रहे हैं हालांकि पुराने राशन कार्डों में जिनमें पेज 2019 सितंबर से ही खत्म हो चुके हैं उनमें नए पंजीयन के नंबर कार्ड के कोने में लिख दिए गए हैं जिससे गरीबों को राशन तो मिल जा रहा है लेकिन राशन कार्ड में एंट्री नहीं हो पा रहा है जिससे राशन में हेराफेरी से भी मना नहीं किया जा सकता वही छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा घोषित जिन योजनाओं जैसे राशन कार्ड से डॉ खूबचंद बघेल सहायता योजना के तहत 5 लाख तक का इलाज आरटीई के तहत निशुल्क शिक्षा एवं स्व सहायता समूह एवं अन्य सरकारी योजनाओं के तहत लोन लेने से राशन कार्ड धारी वंचित हो जा रहे हैं फर्जी ढंग से राशन कार्ड प्रिंट करने वाले मेमन फोटोकापी दुकान को जांच के नाम formality कर यूं ही छोड़ दिया गया पिछले दिनों ऐसे ही एक व्यक्ति राशन कार्ड लेने खाद्य विभाग पहुंचा हुआ था क्योंकि उसे किसी योजना में लाभ लेने राशन कार्ड की फोटो कॉपी की आवश्यकता थी जहां से उसे लोक सेवा केंद्र और फिर उसे मेमन फोटो कॉपी दुकान भेज दिया गया जहां मेमन दुकान से उसे फर्जी ढंग से प्रिंट करके राशन कार्ड दिया गया जो खबर लगने के बाद जांच के नाम पर फॉर्मेलिटी करके छोड़ दिया गया ऐसे ही जिन ग्रामीणों के राशन कार्ड नहीं है और योजनाओं के लिए राशन कार्ड की फोटोकॉपी आवश्यकता होती है तो वह फर्जी ढंग से प्रिंट निकलवा कर अपना काम चला रहे है जब अधिकारी कह रहे कि नवीनीकरण पूरे कार्डों का हो गया तो क्या राशन कार्ड छपाई कोने में भ्रष्टाचार हुआ है जो जांच का विषय है इस मामले में पहले ही राशन कार्ड मामले में खाद्य अधिकारी का कहना है कि सारे पीडीएफ जनपद सीईओ के पास भेज दिए गए थे वही जनपद सीईओ का कहना है कि सभी हितग्राहियों को नए राशन कार्ड वितरण कर दिए गए हैं लेकिन जब ग्राम पंचायतों के नाम उनसे बताए गए जहां पुराने राशन कार्ड चल रहे हैं तो उन्होंने ग्राम पंचायत के सचिव को जिम्मेदार ठहराते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया जबकि कई पंचायतों में आधे अधूरे कार्ड वितरण किए गए हैं जिसके लिए जनपद सीईओ और खाद्य विभाग के अधिकारी की लापरवाही सामने आ रही है तो वही राशन कार्ड छपाई में भ्रष्टाचार की बू आ रही है जो जांच का विषय है।