संजीव वर्मा
देश में होली से 5 दिन पहले दीपावली मनाई गई। गुलाल और पिचकारी की जगह जमकर पटाखे चलाए गए। नगाड़े और फाग की जगह डीजे की धुन पर देशभक्ति के गीत गाए जा रहे थे। लोगों के हाथों में तिरंगे थे और वे जय हिंद के नारे लगा रहे थे। माहौल पूरी तरह देशभक्ति से ओत-प्रोत था। यह नजारा उस समय देखने को मिला जब भारतीय क्रिकेट टीम ने दुबई में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। पूरे टूर्नामेंट में टीम अजेय रही। निश्चित तौर पर यह सुखद पल था और लोग इस पल को अपने-अपने ढंग से यादगार बनाने में लगे हुए थे। टीम इंडिया ने फाइनल में न्यूजीलैंड को चार विकेट से मात देकर तीसरी बार यह ट्रॉफी अपने नाम की। ऐसा करने वाली भारत दुनिया की पहली टीम बन गई। उसने 2002 में श्रीलंका के साथ संयुक्त रूप से चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। जबकि 2013 में इंग्लैंड को हराया था। भारत ने इससे पहले 29 जून 2024 को टी- 20 वल्र्ड कप के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराया था। यानी पिछले 10 महीने में यह दूसरा आईसीसी खिताब है। वहीं, रोहित शर्मा ने अपनी कप्तानी में दूसरा आईसीसी टूर्नामेंट जीतकर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। नि:संदेह यह एक असाधारण उपलब्धि है। इसका श्रेय पूरी भारतीय टीम को जाता है। टीम ने आईसीसी प्रतियोगिता में पिछले 14 मैचों में अजेय है। उसके पास अब टी- 20 वल्र्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी दोनों खिताब हैं। यह खिताब कई मायनों में महत्वपूर्ण है। टीम इंडिया ने 12 साल का सूखा खत्म किया है, जो यह बताने के लिए काफी है कि टीम ने दबाव वाले मैचों में भी शानदार प्रदर्शन करना सीख लिया है। उसने चैंपियंस ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया को भी पीछे छोड़ दिया। ऑस्ट्रेलिया ने अब तक दो बार इस ट्राफी पर कब्जा जमाया है। वहीं, कप्तान रोहित शर्मा ने एक बार फिर अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय देते हुए यह बता दिया है कि वह अभी चुके नहीं हैं। रोहित शर्मा और विराट कोहली के नाम सबसे ज्यादा आईसीसी टूर्नामेंट का फाइनल मैच खेलने का भी रिकॉर्ड दर्ज हो गया है। यह दोनों का नौवां फाइनल मैच था। इनके अलावा युवराज सिंह और रविंद्र जडेजा ने अपने कैरियर में 8-8 आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल खेले हैं। रोहित और कोहली सर्वाधिक 4-4 आईसीसी किताब जीतने वाले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। इसके साथ ही रोहित शर्मा, महेंद्र सिंह धोनी के बाद दो आईसीसी खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय कप्तान भी हो गए हैं। जहां तक इस आईसीसी चैंपियन ट्रॉफी के मैच की बात है तो पूरे टूर्नामेंट में रोहित शर्मा की जहां शानदार कप्तानी देखने को मिली, तो वहीं विराट कोहली के आक्रामक अंदाज ने सबको प्रभावित किया है। जबकि उप कप्तान शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर, अक्षर पटेल और केएल राहुल की मध्यक्रम में संयम भरी बल्लेबाजी ने यह साबित कर दिया कि वे अब परिपक्व होने लगे हैं। गेंदबाजी में कुलदीप यादव, वरुण चक्रवर्ती, अक्षर पटेल और रविन्द्र जडेजा की लहराती गेंदों का जादू पूरे मैच में सर चढ़कर बोला। जबकि मोहम्मद शमी और हार्दिक पांड्या ने शानदार गेंदबाजी का नजारा पेश किया है। यानी पूरी टीम का प्रदर्शन कमाल का रहा है। बहरहाल, टीम इंडिया की यह जीत देश के 140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदों की जीत है। यह गौरांवित करने वाली है। उम्मीद की जानी चाहिए कि टीम का यह जोश, जुनून और जज्बा आगे भी बरकरार रहेगा और इसी तरह टीम देश को गौरांवित करती रहेगी। इस शानदार उपलब्धि के लिए टीम इंडिया को बधाई और शुभकामनाएं…!