जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
राजस्व विभाग को अनदेखा कर धरमजयगढ़ क्षेत्र में इन दिनों अवैध लाल ईट भ_े का कारोबार काफी फ ल फू ल रहा है। वहीं ईट भ_े संचालकों द्वारा खुलेआम प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए लाखों की संख्या में अवैध र्इंट बनाकर भ_ा लगाकर बेचा जा रहा है जिसकी जानकारी अधिकारियों को होते हुए भी अधिकारी मानों अपने कर्तव्यों से पीछे हट्टे नजर आ रहे हंै। ग्रामीण क्षेत्रों में कई अवैध ईट भ_े संचालित है जिसकी जानकारी हल्का पटवारियों को ना हो यह तो हो ही नहीं सकता पर उन निचले स्तर के राजस्व विभाग के कर्मचारी द्वारा कोई भी उचित कार्यवाही नहीं किया गया है और ना ही अपने उच्च अधिकारियों को कार्यवाही के लिए अवगत कराया जा रहा है जो की पटवारियों को अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही को दर्शाता है। आपको बता दे की ईंट भ_े संचालकों द्वारा ईट को पकाने के लिए लकड़ी और कोयला का उपयोग किया जा रहा है जिसका कागज ईंट भ_ों संचालक के पास है या नहीं इसकी जांच तक करने वाला कोई नहीं है जिससे पेड़ों की भी क्षेत्र में अवैध कटाई हो रही है, आखिर अवैध ईंट भ_ों संचालकों का कौन है हितैषी? किसका है इनको संरक्षण जो की कई बार शिकायत के बाद भी इनपर अबतक कोई भी कार्यवाही नहीं हो रही है। अधिकारियों को किसका दबाव या फि र कार्यवाही ही नहीं करना चाहते जिम्मेदार? जिससे लोगों के मन में कार्यवाही के अभाव से कई प्रकार के बाते उत्पन्न हो रहे।
* खनिज विभाग को मेरे द्वारा सूचना किया जायेगा, वही अवैध ईट भ_ों में लकड़ी कोयला और कागजों की जांचकर जल्द ही उचित कार्यवाही किया जायेगा।
भोज कुमार डहरिया, तहसीलदार धरमजयगढ़