जोहार छत्तीसगढ़-रतनपुर।
पढ़ई तुहंर द्वार 2.0 के तहत बेहतर कार्य कर रहे शिक्षक शिवकुमार छत्रवाणी जो कि वर्तमान में शा. पूर्व मा.शाला सिलदहा में प्रधान पाठक के पद पर कार्यरत है। उनके प्रिंटरीच वातावरण एवं एसएमसी के सहयोगी से शिक्षा के क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने के परिणाम स्वरूप यह सम्मान प्रदान किया है। वर्तमान शिक्षा पद्धति में नई शिक्षा नीति के तहत एसएमसी के सहयोग से विद्यालय में नवाचारी प्रयोग को एक अभियान के रूप में किया जा रहा है। इस हेतु प्रिंटरीच वातावरण को प्रमुखता से लिया गया हैं जिसके फलस्वरूप शाला परिसर में ही नहीं बल्कि पूरे मोहल्ले, टोला में भी प्रिंटरीच वातावरण का निर्माण किया गया है। जिससे बच्चे ज्ञान वर्धक तस्वीरों को देखकर आकर्षित हो रहे हैं। तथा स्वप्रेरणा से ज्ञानार्जन कर रहे है। किताबी तस्वीरों को दिवालो में देखकर राह चलते, खेलते कूदते आसानी से बच्चें पढऩा लिखना सीख रहे है। विषय मित्र की तरह सभी तस्वीरे बच्चों के राह प्रशस्त करने में प्रभावी छाप छोड़ रहे हैं। इस सुसज्जित वातावरण से छात्र-छात्रों की उज्जल भविष्य की परिकल्पना आसानी से लगाया जा सकता है । प्रिंटरिच वातावरण निर्माण में एसएमसी का सहयोग सदैव अपेक्षित है। उनके सानिध्य में बहु आयामी ढंग से कार्य किये जा रहे है। चित्रकार, पेंटर, कार्टूनस्पेसलिस्ट फ ोटोग्राफ र,कवि साहित्यकार आदि लोगों से स्वेच्छिक मदद लेकर विभिन्न क्रियाकलापों में प्रदर्शन कर सरलतम रूप से शिक्षा को रुचिकर बनाया हां रहा हैं। प्रिंटरिच वातावरण निर्माण के अलावा एसएमसी के सहयोग से कुम्हार, दर्जी सुपाटुकना, झाड़ू बनाने वाले,गीत संगीत में पकड़ रखने वाले तथा इलेक्ट्रॉनिक व खिलौना आदि बनाने वालों को विद्यालय में आमंत्रित कर बच्चों से रूबरू कराया जा रहा हैं। शिक्षक के इस प्रयास एवं जागरूकता से विद्यालय का शैक्षणिक वातावरण, अनुशासन व्यवस्था, पालक अभिभावको एवं समुदाय के लोगों से मधुर सम्बंध बनाए रखने के परिणाम स्वरूप एसएमसी के सदस्यों ने प्रभावित होकर विद्यालिन गतिविधियों में बढ. चढक़र हिस्सा लिया है इसे ग्राम वासियों द्वारा एक नया बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। एसएमसी के सहभागिता से विद्यालय में अनेक कार्य किए गए है जिसमें विद्यालय परिसर में ट्रीगार्ड के साथ वृक्षारोपण किए गए है। जिससे शाला परिसर का स्वच्छता देखते बनती है। जनभागीदारी एवं शिक्षकों तथा पालक, अभिभावको के सम्मालित प्रयासों से विद्यालय के समस्त छात्र-छात्राओं को जुता,मोंजा का वितरण कर ठंड से निजात दिलाया गया है। इसी प्रकार कोविड-19 से सुरक्षा,बचाव एवं सावधानियों के लिए पीने हेतु पानी बाटल, मास्क सेनेटाईजर का वितरण कर छात्रों को विद्यालय के प्रति रुझान पैदा करने का प्रयास किया गया है। एसएमसी एवं शिक्षको के प्रयास एवं प्रधानपाठक शिवकुमार छत्रवाणी सर के कुशल नेतृत्व क्षमता से एक और सराहनीय पहल किया गया है। जिसमें विद्यालय में कार्यरत सफाई कर्मचारी करुणा श्यामले को कम वेतन मिलने के कारण आर्थिक मदद के रूप में 15 सौ रुपये प्रतिमाह दिए जाने का प्रस्ताव पास किया गया है। तब से आज पर्यन्त तक यह राशि प्रदान की रही है। इस पहल का ग्रामवासियों द्वारा स्वागत किया गया है।