जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़। पंचायत स्तर से लेकर प्रदेश तक 23 नवंबर को मितानिन दिवस मनाया गया। जिसमें जगह-जगह मितानिनों का सम्मान किया गया। धरमजयगढ़ के अंतिम छोर पर ग्राम बोरो में भी मितानिनों का स्वागत सम्मान बड़े धूमधाम से किया गया। ग्राम पंचायत बोरो एवं नेवार दोनों पंचायत के मितानिनों का एक जगह कार्यक्रम आयोजित कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम का शुभारंम तिलक लगकर बैच लगाते हुए किया गया। मितानिनों का स्वागत गीत गाकर पुष्प गुच्छ के साथ किया गया। वहीं उपस्थित सभी लोग बाजे गाजे के साथ झूमते हुए उत्साह पूर्वक मितानिनों का स्वागत किए। पंचायत द्वारा सभी मितानिनों को श्रीफल भेंट कर व साड़ी देकर सम्मानित किया गया। बता दें कि प्रत्येक वर्ष 23 नवम्बर को मितानिन दिवस मनाया जाता है। छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद मितानिन कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी। एक विकासखंड से मॉडल के रूप में शुरू हो कर आज पूरे प्रदेश में एक लाख से ज्यादा मितानिनों की नियुक्ति हो चुकी है। ग्रामीण क्षेत्रों में जमीनी स्तर में मितानिन कार्य कर लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करते हैं। 23 नवम्बर को मितानिन कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी इसलिए इसी दिन को मितानिन दिवस के रूप में मनाया जाता है। अन्य राज्यों में इस तरह के कार्यों को आशा दीदियों द्वारा की जाती है। मितानिनों की नियुक्ति के बाद से ग्रामीण क्षेत्रों में लोग जागरूक हुए हैं। जिससे अनेक प्रकार के बीमारियों के रोकथाम में मदद मिली है एवं मातृ एवं शिशि मृत्यु दर में कमी आई ह। वहीं संस्थागत प्रसव में भी बढ़ोत्तरी हुई है। मितानिन दिवस उनके कार्यों को सम्मान करने का अवसर है। जिसे पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में अनेक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर किया जाता है। बोरो में मितानिनों के सम्मान कार्यक्रम में उपस्वास्थ्य केन्द्र बोरो के आरएचओ आशा बड़ा, सीएचओ निरूपा केरकेट्टा, बोरो सरपंच चमार सिंह बैगा, नेवार सरपंच अशोक कुजूर, नेवार उपसरपंच भुनेश्वर यादव, एमटी भुनेश्वर श्रीवास, सचिव गुलाब पटेल, बीसी शोभा विश्वास, मधुसुधन कंवर, आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ता, हाईस्कूल, मीडिल स्कूल, प्राईमरी स्कूल के शिक्षकगण सहित भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित हुए। कार्यक्रम का संचालन नेवार सचिव गुलाब पटेल द्वारा किया गया।