भोपाल । प्रदेश के 655 बीएड कॉलेजों के लिए काउंसिलिंग प्रक्रिया चल रही है। पहले व दूसरे चरण की काउंसिलिंग के बाद बीएड की 53 हजार 350 सीटों में से 30,705 सीटों पर ही प्रवेश हुए हैं। अब भी 22 हजार 645 सीटें खाली हैं। अब तीसरे चरण की काउंसिलिंग से सीटें भरने की संभावना है। कोरोना संकट के कारण इस बार नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर्स एजुकेशन (एनसीटीई) के तहत संचालित कोर्स में प्रवेश प्रक्रिया पर भी असर देखने को मिल रहा है। सीटों के आवंटन के बाद भी विद्यार्थी फीस जमा नहीं कर पा रहे हैं। वहीं पहले चरण में नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर्स एजुकेशन ( एनसीटीई )के सभी पाठ्यक्रमों में भी आधी सीटें भर पाई है। 62 हजार सीटों में से 34 हजार विद्यार्थियों ने प्रवेश लिए हैं। एनसीटीई के सभी कोर्सेस के लिए दूसरे चरण की काउंसिलिंग की प्रक्रिया समाप्त हो गई है। दूसरे चरण में एनसीटीई के सभी पाठ्यक्रम में 13 हजार विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया। इसमें से बीएड में साढ़े 11 हजार ने प्रवेश ले लिया। पिछले साल विभाग ने बीएड की 55 हजार सीटों के लिए एडमिशन प्रक्रिया शुरू की थी। सीटें फुल हो जाने के बाद 2,177 सीटें और बढ़ाई गई थीं। ऐसे में पिछले वर्ष बीएड में कुल 57,177 सीटों पर दाखिले हुए थे। इसमें से तीसरे अतिरिक्त चरण तक कुल 56 हजार 196 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया था। उच्च शिक्षा विभाग ने 14 अगस्त को प्रथम चरण की सीटों का आवंटन जारी किया था। इसमें बीएड में प्रवेश के लिए 32,931 विद्यार्थियों के लिए सीटें आवंटित की गई थीं, लेकिन इनमें 19,105 विद्यार्थियों ने ही कॉलेजों में फीस जमा कर प्रवेश लिया था, जबकि प्रथम चरण में बीएड के लिए करीब 46 हजार विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया था।