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धरमजयगढ़ के ज्यादातर शासकीय कार्यालयों में नहीं हुआ ध्वजारोहण, बल्कि फहरा दिए झंडा

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जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।


पूरे देश में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन प्रात: ध्वजारोहण किया जाता है। शासकीय कार्यालयों सहित निजी प्रतिष्ठानों में भी ध्वजारोहण किया जाता है। लेकिन विगत 15 अगस्त को धरमजयगढ़ के ज्यादातर शासकीय कार्यालयों में ध्वजारोहण नहीं किया गया। बल्कि सीधे झंडा फ हराया गया है। जो ध्वज संहिता का उल्लंघन है। बात थोड़ी अटपटी लग रही है लेकिन सच्चाई है। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस एवं 26 जनवरी गणतंत्र दिवस दोनों दिन झण्डा फ हराने का अलग-अलग तरीका निर्धारित है। 15 अगस्त को लालकिले में प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं। वहीं 26 जनवरी को राजपथ में राष्ट्रपति झंडा फ हराते हैं। दोनों दिन में स्पष्ट अंतर यह है कि 14 अगस्त रात्रि शून्य काल में जब आजादी की घोषणा हुई तब अंग्रेजों के झंडे को नीचे उतारते हुए भारतीय झंडे को ऊपर बढ़ाते हुए फ हराया गया। इसलिए इसे ध्वजारोहण कहते हैं। इस दिन झंडे को नीचे बांधकर ऊपर खिंचते हुए फहराया जाता है। जबकि 26 जनवरी के दिन झंडा ऊपर बंधा रहता है जिसे फ हराया जाता है। लेकिन बड़ी ही बिडम्बना की बात है कि ज्यादातर शासकीय कार्यालयों में भी इसका पालन नहीं होता। भारतीय तिरंगा झंडा 3:2 में होता है जिसे 22 जुलाई 1947 को मान्यता दी गई थी। वहीं 1968 में ध्वज संहिता बनाया गया है जिसे 2002 व 2008 में अद्यतन किया गया है। आजादी के समय संविधान लागू नहीं हुआ था और राष्ट्रपति का चयन नहीं हुआ था। जिस कारण 15 अगस्त को प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करते हैं। जबकि 26 जनवरी को संविधान लागू हुआ था और राष्ट्रपति संवैधानिक प्रमुख होते हैं इसलिए गणतंत्र दिवस पर मुख्य समारोह में राष्ट्रपति झंडा फ हराते हैं। स्वतंत्रता सेनानियों ने 26 जनवरी 1930 को पहला स्वतंत्रता दिवस मनाया था तो उस दिन को याद रखने के लिए इसी दिन को गणतंत्र घोषित किया गया। क्योंकि 15 अगस्त को आजादी मिल चुकी थी। वर्ष के सभी 364 दिन ध्वज संहिता का पालन करते हुए झंडा फ हराया जा सकता है। लेकिन सिर्फ  15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन ही ध्वजारोहण किया जाता है। 2004 में सुप्रीम कोर्ट के फैसला अनुसार ध्वज संहिता का पालन करते हुए झंडा फ हराने का आम जनता को मौलिक अधिकार दिया गया है। लेकिन शासकीय सेवक भी ध्वज संहिता का उल्लंघन करते दिखाई देते हैं।


कई बैंकों ने नहीं मनाया 15 अगस्त


विडंबना है कि शासन के आदेश के बाद भी धरमजयगढ़ के 4 बैंकों में 15 अगस्त के दिन ध्वजा रोहण नहीं किया गया। हम आपको बता दे कि पंजाब नेशनल बैंक, सेन्ट्रल बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक में 15 अगस्त को ध्वजा रोहण नहीं किया।

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