धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़।
हमेशा विवाद में रहने वाला आयुर्वेद डॉक्टर खुर्शीद खान जमीन घोटाले में एफआईआर होने के बाद से गिरफ्तारी के डर से फरार चल रहे हैं। मजेदार बात है कि बीएमओ डॉक्टर भगत द्वारा निरीक्षण के दौरान डॉक्टर खुर्शीद खान अस्पताल से नदारत मिले। नदारत मिलने के कारण बीएमओ ने खुर्शीद खान के हाजरी रजिस्टर में 1 जून से 7 जून तक लकीर खींच दिये थे लेकिन यहां भी डॉक्टर खुर्शीद खान कलाकरी करने से नहीं चूके । 15 जून को डॉक्टर खान के सबसे करीब दो लोगों ने बायसी अस्पताल में जाकर हाजरी रजिस्टर में खुर्शीद खान का फर्जी हस्ताक्षर कर दिये और 11 से 17 जून 2021 अतिआवश्यक कार्य हेतु छूट्टी लिख दिया है। इस मामले में जांच में रायगढ़ से आये जिला अयुर्वेद अधिकारी ने बायसी अस्पताल के सभी कर्मचारी ने बताये कि डॉक्टर खुर्शीद खान लगभग 20 दिन से अस्पताल से नदारत हैं। लेकिन अस्पताल के रजिस्टर में किसने हस्ताक्षर किये हैं ये नहीं मालूम। वहीं ग्रामीणों ने चिल्ला-चिल्लाकर अधिकारियों से बता रहे थे कि डॉक्टर खुर्शीद खान कभी भी अस्पताल नहीं आते हैं। 15 जून को डॉक्टर खुर्शीद खान के दो खास लोग आये और नर्स से रजिस्टर मांगा और सरकारी रजिस्टर में गैर सरकारी आदमी लिपापोती कर चले गये ताकि डॉक्टर खुर्शीद खान पर कार्यवाही न हो। जिला आयुर्वेद अधिकारी ने साफ शब्दों में बीएमओ धरमजयगढ़ को लिखा है कि डॉक्टर खुर्शीद खान का फर्जी हस्ताक्षर किया गया है जो संगीन अपराध के श्रेणी में आता है। इस मामले में कार्यवाही कर इस कार्यलाय को सुचित करें। वहीं धरमजयगढ़ अस्पताल का निरीक्षण करने आये जिला कलेक्टर को जब इस बात कि सूचना दिया गया तो कलेक्टर ने कड़े शब्दों में बीएमओ डॉक्टर भगत को इस फर्जीवाड़ा में संलिप्तों के खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर करने का निर्देश दिये।
वर्तमान में सबसे करीबी ने किया हाजरी रजिस्टर में खुर्शीद खान का हस्ताक्षर
नगर में आम चर्चा क विषय बना हुआ है कि डॉक्टर खुर्शीद खान का वर्तमान में सबसे गरीब दो लोग जो नगर पंचायत चुनाव के समय खुबी जोड़ी बनकर काम किये हैं। उन्हीं के द्वारा अस्पताल में जाकर सकारी कागजातों के साथ छेड़छाड़ किया है।
क्या बीएमओ डॉक्टर भगत करवायेंगे पुलिस थाना में एफआईआर
हमेशा से डॉक्टर खान को बचाने वाला बीएमओ भगत क्या इस बार कलेक्टर के मौखिक आदेश का पालन करते हुए पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज करवायेंगे? इस फर्जी हस्ताक्षर के मामले में डॉक्टर खान को बचाने के लिए बायसी अस्पताल में पदस्थ सभी कर्मचारियों ने जांच अधिकारी के सामने झूठ बोलते रहे। ग्रामीणों ने बताये कि 15 जून को 2 लोग आये और वहा पदस्थ चोकीदार ने दरवाजा खोला और नर्स ने राजिस्टर निकाल कर दी उसके बाद उन लोगों ने फर्जी हस्ताक्षर किये हैं। ग्रामीणों ने दावा कर रहे हैं कि दोनों व्यक्ति को पहचानते हैं ये लोग कई बार खुर्शीद खान के साथ आये हैं। ये फर्जी हस्ताक्षर मामले में बायसी अस्पताल के नर्स संलिप्त हैं। लेकिन इसके बाद भी बीएमओ भगत द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं किये हैं जबकि कलेक्टर ने साफ शब्दों में एफआईआर करने का निर्देश दिये हैं।