कैबिनेट विस्तार की अटकलों के बीच मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार दोपहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई। 1: 20 घंटे की इस मुलाकात में मुख्यमंत्री ने मोदी को प्रदेश में कोरोना को लेकर सरकार के प्रयासों और वैक्सीनेशन की जानकारी दी। इसके बाद राज्य के विषयों को लेकर रेलवे एवं खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गाेयल व केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा से भी मुलाकात करेंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया, कोरोना के कारण राज्यों की आर्थिक स्थिति डगमगाई है। मध्य प्रदेश में पिछले दो माह में राजस्व हानि ज्यादा हुई है। पिछले साल जीडीपी के 5.5% तक लोन लेने की छूट मिली थी। इस साल घटकर 4.5% हो गई है। सीएम ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि विकास और अधोसंरचना के काम ना रुके, इसलिए यह छूट 5.5% की जाए। इस पर प्रधानमंत्री ने गंभीरता से विचार करने की बात कही है।
कोविड को नियंत्रण करने में मप्र ने बेहतर प्रयास हुए। खासकर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप ने काम किया। इसकी जानकारी प्रधानमंत्री को दी है। वर्तमान में मप्र में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट 1% से नीचे आ गई है। लेकिन अब तीसरी लहर की संभावना को नियंत्रित कर सकें, इसकी तैयारी के बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी है। मप्र में 21 जून से वैक्सीनेशन का अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान सभी मंत्री, सांसद-विधायक व अन्य जनप्रतिनिधि भी इसमें हिस्सा लेंगे। इसके रोडमैप के बारे में प्रधानमंत्री को बताया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से किसानों के मुद्दों पर भी बात हुई है। डीएपी की कीमत बढ़ गई थी, लेकिन केंद्र ने सब्सिडी देकर इसे नियंत्रित कर लिया है। मप्र में खाद की उपलब्धता पर भी चर्चा हुई है। मप्र में मूंग की सरकारी खरीदी को लेकर भी बात हुई है।