बिलासपुर । नगर निगम द्बारा शहर में कराया जा रहे विकास कार्य की समीक्षा महापौर रामशरण यादव के अध्यक्षता में सोमवार को विकास भवन के दृष्टि सभागार में आयोजित की गई। जिसमें निगम आयुक्त अजय कुमार त्रिपाठी सहित सभी जोन के कमीश्नर और अधिकारी सामिल हुए। बैठक में महापौर रामशरण यादव ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि शहर के जिन सड़को को बनाने के लिए राशि स्वीकृत हो चुकी है। और अब तक ठेकेदार उसे नहीं बनाए है। उसे चिन्हांकित कर लिस्ट बनाए और उन कार्यों को बरसात से पहले पूरा करा ले। साथ ही महापौर ने अधिकारियों से कहा कि नगर निगम में नए जूड़े ग्रामीण क्षेत्रों में काम के लिए जितने भी निविदा हो चूके है। उसका काम जल्द से जल्द पूरा कराने के लिए ठेकेदारों को कहें।
साथ ही बरसात से पहले शहर के सड़को में जो गढ्ढे है। उनको तुरंत सुधारने का काम करें ताकि आने वाले बारिश के मौमस में शहरवासियों को परेशानी का सामना न करना पड़े। साथ ही मेयर यादव ने नगर निगम के अधिकारियों से पूछा कि बारिश आने वाली है। ऐसे में जल संरक्षण के लिए भी विषेश ध्यान देना है। अब तक नगर निगम ने कितने रेन वाटर हार्वेस्ंिटग का कार्य कराया है। इसपर अधिकारियों ने बताया कि कुल 3278 आवास है। इसमें 3008 निजी और 270शासकीय आवास है। जिसमें से 2410 में रेन वाटर हार्वेस्ंिटग का काम कराया जा चुका है। 827 निजी और 41 शासकीय आवास मिलाकर 868 जगह अभी काम नहीं हो पाया है। इसमें 480 ऐसे निजी भवन है। जिसमें जगह नहीं होने के कारण रेन वॉटर हार्वेंस्ंिटग का निर्माण संभव नहीं है।
यानी अभी 380 भवनों में रेन वाटर हार्वेस्ंिटग का काम बाकी है। जिसे जल्द ही पूरा करा लिया जाएगा। इस दौरान नगर निगम लोक निर्माण विभाग के चेयरमेन अजय यादव, एमआईसी सदस्य राजेश शुक्ला सहित निगम के अधिकारी मौजूद रहें। *0 निविदा के बाद कार्य नहीं कर रहें ठेकेदारो का वर्क ऑर्डर निरस्त करने के निर्देश* बिलासपुर। आज दृष्टि सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान महापौर श्री रामशरण यादव ने महापौर निधी, पार्षद निधी और एल्डरमेन के निधी से कराए गए काम की जानकारी ली। वहीं अधोसंरचना मद के अंतर्गत स्वीकृत कार्य की जानकारी ली जिसमें अधिकारियों ने बताया कि इसके तहत 444 कार्य स्वीकृत किए गए है। इसमें से 226 कार्य पूर्ण हो चुके है। 15 कार्य प्रगतिरत है। और 203 कार्य को अभी तक प्रारंभ नहीं किया गया है। ऐसे में महापौर यादव ने निर्देश दिया कि ऐसे काम जिनका टेंडर हो चुका है। और ठेकेदार ने अब तक काम शुरु नहीं किया है। उनकी लिस्ट बनाए नोटिस जारी करें और यदि फिर भी काम शुरु नहीं करते तो वर्क ऑर्डर निरस्त करें।