भोपाल । प्रदेश में सरकारी आंकडों से दो गुना ज्यादा कोरोना वायरस महामारी से संक्रमितों की मौत हो रही है, इसके बावजूद सरकारी तंत्र ऐसे मरीजों की पहचान नहीं कर रहा है। सरकारी रिकार्ड के अनुसार भोपाल में पांच से नौ जून के बीच 15 मरीजों की मौत हुई, जबकि विश्राम घाट के आंकड़े बताते हैं कि इन पांच दिनों में 35 मरीजों की मौत हुई है जिनका अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकाल के तहत किया गया है। भोपाल ही नहीं, प्रदेश के सभी जिलों में लगभग यही स्थिति है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी पिछले महीने सभी कलेक्टरों से अपने-अपने जिलों में ऐसे मृतकों की पहचान करने के लिए कहा था, जिनकी मौत कोरोना से हुई है, लेकिन सरकारी रिकार्ड में नहीं आया है। इसका मकसद यही था कि कोरोना से मृतकों के स्वजन के लिए शुरू की गई योजनाओं को लाभ उन्हें मिल सके। बता दें कि कुछ राज्यों ने जब पड़ताल की तो मौतों का आंकड़ा चार हजार तक बढ़ गया है। यह अच्छी बात है कि मध्य प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण की रफ्तार सुस्त होने के साथ कोरोना मरीजों की दैनिक मौतों के आंकड़ों में भी गिरावट आ रही है, लेकिन कई ऐसे लोग भटक रहे हैं, जिनके स्वजन की मौत कोरोना से हुई है, किंतु उसे कोरोना से मौत नहीं माना गया है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद भी मौतों का ऑडिट अलग टीम से नहीं किए जाने की वजह से सही जानकारी सामने नहीं आ रही है। अभी संबंधित अस्पतालों की तरफ से मौत की समीक्षा के बाद कुछ को मृतकों की सूची में जोड़ा जाता है। इधर प्रदेश सहित राजधानी भोपाल में भी कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप लगातार कम होता जा रहा है। एक-सवा माह पहले तक जहां भोपाल में रोज 1500 से अधिक कोरोना संक्रमित मिल रहे थे, वहीं गुरुवार को यह आंकड़ा 100 से नीचे रहा। राजधानी में गुरुवार को कोरोना के 97 नए मरीज मिले हैं। 6823 सैंपल की जांच में इतने मरीज मिले हैं। इस तरह संक्रमण दर 1.4 फीसद रही है। बता दें कि अप्रैल में भोपाल में एक दिन में मरीजों की अधिकतम संख्या 1800 और संक्रमण दर 35 फीसद तक पहुंच गई थी। भोपाल में अब तक 1,22,417 मरीज मिल चुके हैं। इनमें से 962 मरीजों की मौत हो चुकी है। हमीदिया अस्पताल में गुरुवार को म्यूकरमाइकोसिस (फंगस) से दो मरीजों की मौत हो गई है। उधर, छह मरीजों के स्वस्थ होने पर अस्पताल से उनकी छुट्टी कर दी गई है। इतने ही नए मरीजों को अस्पताल में भर्ती भी किया गया है। अस्पताल में अब म्यूकरमाइकोसिस के 105 मरीज भर्ती हैं।