भोपाल । प्रदेश भर में कोरोना वायरस संक्रमण दर लगातार कम होती जा रही है। राजधानी भोपाल में संक्रमण दर पांच फीसदी से नीचे आ गई है। शहर को एक जून से धीरे-धीरे अनलॉक करने की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। राजधानी भोपाल सहित समूचे प्रदेश में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के शासन के प्रयास रंग ला रहे हैं। राजधानी भोपाल में शुक्रवार को 324 कोरोना मरीजों की पहचान हुई। कुल 7051 सैंपलों की जांच में इतने मरीज मिले हैं। इस तरह संक्रमण दर 4.5 फीसद रही। इससे एक दिन पहले भोपाल में कुल 7018 सैंपलों की जांच में 389 नए मरीज मिले थे और संक्रमण दर 5.5 फीसद रही थी। यदि पिछले नौ दिन के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि संक्रमण दर में 5.5 फीसद तक की कमी आई है। इस माह के बाकी तीन दिनों में संक्रमण दर तीन फीसद से कम पर लाने की तैयारियां जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है। प्रदेश सहित राजधानी भोपाल में एक जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके लिए फिलहाल तैयारियां चल रही है। एक जून से आंशिक रूप से अनलॉक करने की तैयारियां चल रही है। फिलहाल रोजमर्रा की जरूरतों से संबंधित दुकानें खोली जाएंगी। इसमें किराना, फल, सब्जी सहित सैलून खोलने पर भी विचार किया जा रहा है। इसके अलावा रेस्टोरेंट, होटल, मॉल, स्वीमिंग पूल, सिनेमा घर, जिम फिलहाल नहीं खुलेंगे। निजी संस्थानों को कुछ स्टाफ के साथ खोलने की अनुमति दी जा सकती है। इधर, शहर में नाइट कर्फ्यू जारी रहने पर विचार किया जा रहा है। वहीं शनिवार और रविवार को लॉकडाउन लगाने की बात भी कही जा रही है, ताकि संक्रमण न फैले। अनलॉक कितने चरणों में खोला जाएगा इसे लेकर भी विचार किया जा रहा है। हालांकि यह सब जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में निर्णय के बाद ही तय किया जाएगा। इधर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि पूरा शहर एक साथ नहीं खोला जाएगा बल्कि धीरे-धीरे अनलॉक किया जाएगा। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि हर गांव, वार्ड में लक्षण युक्त व्यक्तियों की पहचान कर उनका सैंपल व आवश्यक स्वास्थ्य सेवायें देकर जिले को 31 मई तक कोरोना-मुक्त करने के प्रयास हैं। कोविड की दूसरी लहर में पॉजिटिव लोगों की संख्या तेजी से कम हो रही है। ऐसी स्थिति में कोरोना का संक्रमण समाप्त करने के लिए पुन: कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की कार्रवाई की जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार देर शाम अचानक गोविंदपुरा स्मार्ट सिटी कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने होम आइसोलेशन में इलाजरत लोगों से बातचीत कर उनका उत्साहवर्धन किया। वहीं मेडिकल सुविधाएं, मनोचिकित्सों से टेली कॉलिंग से बात कराने की सुविधाएं प्रदान करने के मामले में भोपाल जिले की तैयारियों की तारीफ करते हुए कहा कि भोपाल जिला बेहतर परिणाम दे रहा है। इस तरह का प्रयोग अन्य जिलों में भी किया जाना चाहिए।