भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर निरंतर घट रही है। कोरोना संक्रमण के मामले में प्रदेश देश में 14वें स्थान पर आ गया है। प्रदेश में कोरोना के एक्टिव प्रकरणों की संख्या 90 हजार 796 हो गई है। नए प्रकरणों की तुलना में रिकवरी निरंतर बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोर ग्रुप की बैठक ले रहे थे। बैठक में विभिन्न जिलों से कोर ग्रुप के सदस्य मंत्रीगण एवं अधिकारीगण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।
एक दिन में 13 हजार 585 मरीज ठीक हुए
प्रदेश में कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट निरंतर बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे में 13 हजार 584 कोरोना के मरीज स्वस्थ हुए, वहीं 12400 नए मरीज आए हैं। प्रदेश का रिकवरी रेट 83 प्रतिशत हो गया है।
पॉजिटिविटी रेट में भी गिरावट
प्रदेश में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। प्रदेश की औसत पॉजिटिविटी रेट 21.1% हो गया है तथा 7 दिन की औसत पॉजिटिविटी रेट 22.4% है। देश की सात दिनों की औसत पॉजिटिविटी रेट 21% है।
इंदौर में सर्वाधिक नए प्रकरण
जिलेवार समीक्षा में पाया गया कि इंदौर जिले में सर्वाधिक 1811 नए कोरोना प्रकरण आए हैं। भोपाल में 1713, ग्वालियर में 980, जबलपुर में 771, रीवा में 345, उज्जैन में 322, रतलाम में 280, सागर में 257, शहडोल में 256 तथा धार में 249 नए कोरोना प्रकरण आए हैं।
पर्याप्त ऑक्सीजन प्राप्त
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश को अब पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिल रही है। 29 अप्रैल को प्रदेश को 556.2 एमटी ऑक्सीजन प्राप्त हुई, जबकि प्रदेश में 467 एमटी ऑक्सीजन की खपत हुई।
घर में जगह नहीं है तो कोविड केयर सेंटर में जाएं
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन मरीजों के घर पर होम आइसोलेशन की जगह नहीं है, वे कोविड केयर सेंटर में जाएं। प्रदेश के सभी जिलों में कोविड केयर सेंटर संचालित हैं, जिनमें कुल 3889 बेड्स तथा 650 ऑक्सीजन बेड्स हैं।
प्रदेश में 57 हजार 741 बेड्स
प्रदेश में कोरोना के उपचार के लिए शासकीय एवं निजी अस्पतालों में कुल 57741 बेड्स हैं, जिनमें से वर्तमान में 40 हजार बेड्स भरे हैं। कुल मरीजों में 71% होम आइसोलेशन में तथा 29% अस्पतालों में हैं।
नई ऑक्सीजन यूनिट लगाने पर अनुदान व सहायता
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि निजी क्षेत्र में नई ऑक्सीजन यूनिट लगाने पर शासन की और से अनुदान व सहायता दी जाएगी। अतः निवेशक मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन यूनिट स्थापित करें।