धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़। धरमजयगढ़ में महिलाएं सवई घास से बास्केट, फ्लावर पॉट, टी टोस्टर, डाइनिंग टेबल मैट निर्माण कर रही हैं। माहुल पत्ता से दोना पत्तल भी बना रही हैं। कलेक्टर श्री भीम सिंह महिला समूहों का काम देखने पहुंचे। सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी भी साथ रहीं। कलेक्टर सिंह ने महिला समूहों के काम की जानकारी ली। महिलाओं ने बताया कि सवई घास से सामग्री निर्माण का प्रशिक्षण वन विभाग द्वारा दिलवाया गया है। ओडि़सा से आये ट्रेनर्स ने ट्रेनिंग दी है। सवई घास से मुख्यत: झाड़ू का निर्माण किया जाता रहा है। लेकिन अब इससे घरेलू उपयोग के हेंडीक्राफ्ट आइटम्स भी तैयार किये जा रहे हैं। इसके लिए कच्चा माल आस-पास के गांवों से लाया जाता है। लोगों के बीच इन सामग्रियों की खासी मांग है। कलेक्टर भीम सिंह ने प्रभारी अधिकारी को निर्देशित किया कि उत्पादन के साथ ही विक्रय भी बढ़ाया जाए। महिलाएं बहुत आकर्षक व गुणवत्तापूर्ण उत्पाद तैयार कर रही हैं। इनकी बिक्री के लिए भी बराबर फोकस करें। एक्सपोर्ट के साथ स्थानीय स्तर पर रिटेल काउंटर्स भी विकसित करें। जिससे समूहों का मुनाफा बढ़े व उत्पादन में भी बढ़ोत्तरी आये। महिलाएं अभी वन मंडलाधिकारी कार्यालय में स्थित भवन में काम कर रही हैं। उनकी सुविधा के लिए उनके गांव के समीप तैयार हो रहे वन-धन केन्द्र को जल्द पूरा करने के निर्देश कलेक्टर सिंह ने दिए। इस दौरान एसडीएम धरमजयगढ़ संबित मिश्रा, सीईओ जनपद पंचायत पटेल सहित वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।