रायपुर। वैश्विक महामारी कोरोना से बचाओ और सुरक्षा कार्य में लगे हुए बिजली कर्मचारी बिजली व्यवस्था को भी चाक-चौबंद बनाने में जुटे हुए हैं। बिजली अमला की चाक-चौबंद व्यवस्था के बूते स्वास्थ्य ,चिकित्सा , संचार, सुरक्षा, पुलिस ,एवं जलप्रदाय की बिजली चलित व्यवस्था भी चाक-चौबंद बनी हुई है। कोरोना संक्रमण के खौफ से जहां आमजन घर में सहमे हुए हैं, वहीं बिजली अमला के कर्मवीर हमेशा की भांति विद्युत उत्पादन वितरण और पारेषण कार्य में बेखौफ जुटे हुए हैं।, लॉक डाउन और कर्फ्यू के बीच अब तक रायपुर शहर भर में लगभग 1060 बिजली शिकायतों का निराकरण किया गया।उक्त जानकारी पावरकम्पनी के अतिरिक्त महाप्रबंधक (जनसंपर्क) श्री विजय मिश्रा ने दी।
आगे उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेशभर की बिजली व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाए रखने के लिए पावर कंपनी के चेयरमैन श्री सुब्रत साहू के दिशा निर्देशानुसार प्रबंध निदेशक सर्वश्री मोहम्मद अब्दुल कैसर हक ,अशोक कुमार और एन के बिजोरा सतत मानीटरिंग कर रहे हैं। साथ ही बड़ी संख्या में विद्युत कर्मी बिजली उत्पादन, पारेषण और वितरण कार्य की कमान संभाले हुए हैं ।विद्युत गृहों ,उप केंद्रों, भार प्रेषण केंद्र और वितरण कार्य से जुड़े कार्यालयों को छोड़कर शेष कार्यालयों का संचालन वर्क फ्राॅम होम किया जा रहा है।राज्य शासन के दिशा निर्देशानुसार बिजली बिलिंग और मीटर रीडिंग के कार्य पर रोक लगा दी गई है। साथ ही राज्य शासन की हाफ रेट पर बिजली योजना का एकमुश्त दो महीने का लाभ घरेलू उपभोक्ताओं को देने का निर्णय भी लिया गया है।
कोरोना वायरस द्वारा उत्पन्न ऐसे अभूतपूर्व संकट और आपातकाल स्थिति में राजधानी रायपुर की विद्युत आपूर्ति को निर्बाध बनाए रखने, बिजली गड़बड़ी में सुधार कार्य को युद्ध स्तर पर निपटाने के लिए मुख्य अभियंता श्री आर.ए. पाठक और नगर वृत्त 1 एवं 2 के अधीक्षण अभियंता श्री ए. के. लखेरा एवं श्री सी एच मरकाम की टीम ने कमर कस रखी है । दोनो बृत्त में करीब साढ़े पांच सौ कर्मियों की टीम अलग अलग शिफ्ट में कार्यरत हैं लाॅक डॉउन, कर्फ्यू की स्थिति में भी फ्यूज स्कॉल सेंटर 24घंटे चालू है।
पावर कंपनी प्रबंधन की ओर से अपील की गई है कि अब तक का सबसे बड़ा जानलेवा खतरा "कोविड-19" से जूझते हूए काम करते विद्युत कर्मियों तथा अन्य जनसेवकों को आम जन सहयोग प्रदान करें, ताकि संकट की घड़ी में सुरक्षित तरीके से बेहतर सेवा देने में वे कामयाब हो सकें।