कु. उमा यादव धरमजयगढ़।
वर्ष 2006 से लगातार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र छाल में सेवा दे रहे डॉ. एसके पैंकरा को वर्ष 2018-19 में उत्कृष्ट कार्य करने पर राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया। 29 अगस्त 2019 को कायाकल्प पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन रायपुर में किया गया था। इस पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में नीजि स्तर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले डॉक्टरों एवं अन्य कर्मचारियों को भी सम्मानित किया गया है सम्मान समारोह में रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ ब्लॉक के छाल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ डॉ. एसके पैंकरा को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा देने के कारण रायपुर में सम्मानित किया गया। डॉक्टर एसके पैंकरा नि:स्वार्थ सेवा देते हैं जिसके कारण है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र होने के बाद भी मरीजों की संख्या हर दिन 100 से अधिक होते हंै। वर्ष 2018-19 में छाल पीएससी में 243 गर्भवाती महिलों का प्रसव करवाया गया है। एक बार अगर इनके आंकड़े पर नजर दौड़ाया जाये तो देखने से लगता है कि यह आकड़ा चौकाने वाला है क्योंकि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में उतना अधिक सुविधा नहीं होते हैं यहां पर एक एमबीबीएस डॉक्टर, एक एएमओ, 2 स्टाफ नर्स और दो एएनएम पदस्थ हैं। इतने कम स्टाफ होने के बाद भी क्षेत्र के मरीजों को किसी प्रकार की कोई परेशानियां नहीं होने देते हैं क्षेत्र के लोगों से चर्चा करने पर लोगों ने बताया कि जब से डॉक्टर एसके पैंकरा छाल अस्पताल में पदस्थ हुए हैं तब से मरीजों को अच्छा स्वास्थ्य सेवा मिल रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र छाल को कायाकल्प के तहत् जिले में प्रथम पुरस्कर भी मिल चूके हैं। छाल अस्पताल में वर्ष 2018-19 में कुल 19035 मरीजों का ईलाज किया गया है जिसमें से 1243 मरीजों को भर्ती कर ईलाज किया गया है।
नहीं हुआ नामांकित कायाकल्प के लिए धरमजयगढ़ विकास खण्ड से एक भी अस्पताल
हर साल कायाकल्प पुरस्कार योजना के लिए धरमजयगढ़ विकास खण्ड से कई प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का नाम नामांकित होते रहे हंै और पुरस्कार भी मिलता रहा कायाकल्प के तहत छाल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जिले में प्रथम पुरस्कर प्राप्त कर चूके हैं। और उसी अस्पताल के डॉक्टर को प्रदेश में बेहतर कार्य करने के कारण सम्मानित किया गया है। पता नहीं ऐसा क्या हो गया कि धरमजयगढ़ ब्लॉक से एक भी स्वास्थ्य केन्द्र को कायाकल्प पुरस्कार वितरण में नामांकित नहीं किया गया।
मरीजों को देता रहा सेवा नहीं लेने गये सम्मान
बरसात के दिन होने के कारण क्षेत्र में कई प्रकार के बीमारी फैले रहते हैं जिससे देखते हुए डॉक्टर एसके पैंकरा ने रायपुर सम्मान लेने नहीं गये। क्योंकि डॉक्टर पैंकरा को मालूम है कि अगर सम्मान लेने के लिए रायपुर जाते हैं तो मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। जिसके कारण डॉक्टर पैंकरा ने सम्मान लेने नहीं गये उनके लिए मरीजों का सेवा करना ही सबसे बड़ा सम्मान है। डॉक्टर पैंकरा से बात करने पर बताये कि मैं मरीजों के लिए 24 घंटे सेवा देने के लिए तैयार रहता हूं। मरीज किसी भी समय आकर दरवाजा खटखटा लेते हैं मैं मरीजों के सेवा करने के लिए नि:स्वार्थ तैयार रहता हूं।