जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
धरमजयगढ़ ब्लॉक के छाल क्षेत्र के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े सबसे चर्चित ग्राम पंचायत चंद्रशेखरपुर आज विकास के क्षेत्र में सबसे पीछे हैं। बड़े ग्राम पंचायत होने के नाते आदर्श ग्राम भी घोषित हुआ पर यहां न तो ठीक से सड़कें हैं। न ही बिजली पानी, नाली की सुविधा है। बस्ती घुसते ही सड़कों में नाली का पानी दिखाई देता है। ग्राम पंचायत में लाखों रुपये के बने 2 पानी टंकी हैं। मगर आज तक चालू नही हुए। ग्राम पंचायत में ओडीएफ द्वारा बने शौचालय कहीं नजर नही आ रहे। शौचालय की प्रोत्शाहन राशि भी सरपंच द्वारा गबन कर दिया गया है। क्षेत्र के युवा नेता नवल राठिया ने बताया कि कई बार हमने पंचायत के खिलाफ आवाज उठाया मगर राजनीति और रसूकदार लोग सरपंच को बचा लेते और मामला दबा दिया जाता है। आज चंद्रशेखरपुर में कोयला सप्लाय के लिए साइलो है कोयला खदान है,मगर चंद्रशेखरपुर की स्थिति अभी भी 30 साल पीछे है। इसका कारण सरपंच की निष्क्रियता है। गाओं की महिलाओं ने भी अभी वर्तमान में शौचालय की राशि नही मिलने पर ब्लॉक से लेकर जिला तक तथा मंत्री और मुख्यमंत्री तक शिकायत की है। मगर पिछले बार कॉंग्रेस सरकार में सरपंच के करतूतो पर पर्दा डलवा दिया था मगर अब राज्य और केंद्र में भाजपा की सरकार है। और मुख्यमंत्री ने ऐसे सरपंचों पर लगाम लगाना शुरू भी कर दिया है। जनपद सीईओ ने जिला पंचायत को चंद्रशेखरपुर के सरपंच पर लाखों रुपये की रिकवरी के लिए पत्र लिखा है। अब देखते हैं कि जिला पंचायत कब तक आदेश निकलता है। नवल राठिया का और ग्रामीणों कहना है कि ऐसे भ्रष्ट लोगों के चुनाव लडऩे पर ही शासन प्रशासन को रोक लगा देनी चाहिये और कानूनी कार्यवाही कर जेल में डाल देना चाहिए। पैसे और रसूक के दम पर चुनाव जीत के ये खुद को मजबूत कर ग्रामीण विकास की नींव को खोखला कर देते हैं। नवल राठिया ने इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री,क्षेत्रीय सांसद,संबंधित विभाग मंत्री को पत्र लिख कर सतपंच के चुनाव लडऩे पर रोक के लिए आग्रह करने व सरपंच चंद्रशेखरपुर के ऊपर कड़ी कार्यवाही करने की बात कही है।