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हरा सोना बदल देगी अब संग्रहाकों की तकदीर, मानक बोरा दर में डेढ़ हजार की बढ़ोत्तरी, जिले में 83 हजार मानक बोरे के लक्ष्य में 66 हजार संग्राहक परिवार को 45 करोड़ का होगा भुगतान

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जोहार छत्तीसगढ़-गरियाबंद।
हरा सोना, यानि की तेंदुपत्ता के तोड़ाई का कार्य तेजी से चल रहा है जिले के 66 हजार संग्राहक परिवार इस कार्य में लगे हैं और इन परिवारों को पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष डेढ़ हजार अधिक मानक बोरा के दर से 5500 रूपये मिलेंगे जबकि पिछली सरकार में यह 4000 रूपये थी और पिछली सरकार ने हरे सोने के कई लाभांश को भी बंद कर दिये थे। संग्राहकों का मानना है इस वर्ष मानक बोरे के दर में वृद्धि और इससे मिलने वाले लाभांश उनकी तकदीर बदल देगी राज्य सरकार के पिछले वर्ष से अधिक राशि में मानक बोरा के खरीदी को लेकर संग्राहकों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है वन विभाग इनके उत्साह को देख कर इस वर्ष लक्ष्य 66 हजार मानक बोरा पूरा करने की बात कर रहा है।

वर्तमान सरकार ने पूर्ववर्ती सरकार के सभी लाभ फिर से लागू किये

तेंदूपत्ता संग्रहण में पूर्व की रमन सरकार ने चरण पादुका, शिष्यवृति,लाभांश,बीमा आदि योजनाएं लागू किये थे। सरकार बदलते ही हरे सोने के संग्रहण की कई योजनाएं बंद हो गयी विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने फिर से सभी योजनाएं लागू कर दी है जहां तेंदुपत्ता संग्रहण में लगे परिवार के एकलव्य नवोदय, केन्द्रीय विद्यालय सहित सभी स्कुलों के अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को शिष्यवृति का लाभ मिलेगा वहीं प्रति मानक बोरा 1 हजार रूपये लाभांश सहित बीमा, चरण पादुका जैसे सभी योजनाओं का लाभ मिलेगा। पिछले सत्र में लक्ष्य से ज्यादा 77 हजार से अधिक मानक बोरे का संग्रहण किया गया था। जिसके लिये 31 करोड़ ज्ञका भुगतान किया गया था पर इस वर्ष पारिश्रमिक राशि बढ़ा दी गयी है जिससे 45.65 करोड़ के भुगतान का प्रावधान है।
संग्रहाको को लाभांश के लाभ के लिये 500 मानक बोरा संग्रहण जरूरी
वन विभाग के प्रबंध संचालक अतुल श्रीवास्तव ने कहा है तेंदुपत्ता संग्रहण में संग्राहकों को पारिश्रमिक राशि के अलावा बीमा एबोनस के साथ उनके अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को शिष्यवृति दिया जाता है । इन सभी लाभांश का लाभ तभी मिलेगा जब संग्रहाक 500 मानक बोरा तेंदुपत्ता का संग्रहण पूरा कर लेगा। हालांकि जिले में कुछ संग्रहण केन्द्रों के तेंदुपत्ता नीचलेस्तर के होने के कारण आधे किस्मत में बिकता है जिसमें आधे नुकसान सरकार को वहन करना पड़ता है। इस बार जिले भर में गुणवत्ता वाले तेंदुपत्ता देखने को मिल रहा है।
शिष्यवृति के साथ संग्रहाको के मेरिट व प्रवीण्य सूचि वाले छात्रों को शासकीय अनुदान राशि
जहां संग्रहाको के विद्यार्थी सदस्यों को शिष्यवृत्ति का प्रावधान है वहीं मैरिट में आने वाले विद्यार्थियों को 15 हजार और प्रावीण्य सूचि में आने वाले विद्यार्थियों को आगे की पढ़ाई के लिये एक लाख तक के अनुदान राशि दी जाती है। सरकार बदलते ही हरा सोना संग्राहकों की तकदीर बदल गयी है।

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