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राजनांदगांव मंडी अध्यक्ष होने का रौब दिखा जिला प्रशासन को दे रहा खुली चुनौती , धान का परिवहन कैसे हुआ एक बड़ा सवाल, किसानों ने नवागढ़ थाने में लिखित शिकायत कर उचित कार्यवाही की रखी मांग

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जोहार छत्तीसगढ़-बेमेतरा।

एक ओर राज्य व केंद्र सरकार किसानों के हित में नित नई-नई योजनाओं के माध्यम से किसानों को बढ़ावा दे रहे हैं। वहीं धान समर्थन मूल्य यानी सरकारी कीमत पर धान खरीदी कर किसानों को करोड़ों रुपए का चूना लगाने वाले राजनांदगांव जिले के मंडी अध्यक्ष युवक के खिलाफ किसानों ने थाने में शिकायत की है। मामले में अब किसान व विचौलि, से काफ ी मनमुटाव हो गए हैं। किसानों ने बताया कि पहले तो आरोपी युवक ने किसानों को तीन हजार प्रति क्विंटल में धान खरीदी कर भुगतान दिया। उसके बाद बड़ी मात्रा में खरीदी कर अपनी असली रूप में किसानों को कंगाल व रातों रात मालामाल बनने की सपना को साकार करने किसानों के साथ करोड़ों रुपए का ठगी कर अब रफ ूचक्कर हो गए। साथ ही किसानों की चिंता बढ़ गई। जिससे खेती किसानी के लिए किटनाशक दवाईयां तथा अन्य खर्चों की उधारी की रकम चुकाने की चिंता बढ़ा दी साथ ही आर्थिक तंगी से घर में तनाव की स्थिति बढ़ती जा रही है। किसान के पास कोई अतिरिक्त आमदनी नहीं होना और घर परिवार समाज की हर जिम्मेदारी चाहे बच्चों की पढ़ाई लिखाई हो सभी का खर्च के लिए आमदनी सिर्फ खेती की उपज फसल ही मात्र विकल्प है।

मामला बेमेतरा जिले की

नवागढ़ थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम गोपालभैना का है उमाशंकर साहू व नेवसा निवासी जित्तू साहू ने आरोपी युवक के खिलाफ लिखित शिकायत कर उचित कार्यवाही व किसानों की हित में काम करने की मांग रखे हैं। किसानों ने बताया कि खुद को राजनांदगांव का मंडी अध्यक्ष गाड़ी में लिखा नेम प्लेट व चमचमाती गाड़ी में सुरक्षा कर्मी के साथ एक षडय़ंत्र जो सुनियोजित ढंग से किसानों के साथ ठगी व धोखाधड़ी करने की नियत रखकर ही किया गया है। जिससे किसानों को करोड़ों का चुना लगाकर किसानों के खुन पसीने की कमाई का एक-एक दाने को सरकारी मूल्य पर धान खरीदी करने की बात कहकर उक्त घटना को अंजाम दिया है वहीं इस मामले पर ठगी करने वाले आरोपी की ओर से ग्राम पंच भैया का एक युवक मामले की जानकारी किसानों ने कहा क्या-क्या कर रहे हैं। जिनकी हर एक बातों को गौर करके नवागढ़ थाना व किसानों के गांवों में जाकर चक्कर लगा रहे है। किसानों को समर्थन मूल्य में धान खरीदी करने व एक सप्ताह में चुकारा देने की बात कहकर किसानों के साथ करोड़ों का ठगी किया गया।

ठग और किसानों के बीच प्रति क्विंटल तीन हजार रुपए की दर पर की खरीदी हुआ था तय

किसानों ने अपने लिखित शिकायत में बताया कि गाड़ी के नेम प्लेट पर मंडी अध्यक्ष लिखे वाहन में आकर आरोपी युवक ने शुरुआती दौर में तीन हजार रुपए प्रति क्विंटल में धान की खरीदी करने की बात कह किसानों के साथ ठगी किया गया। जिससे किसानों का करोड़ों रुपए का नुकसानी व कर्ज का ब्याज को चुकता करने में काफ ी समस्याओं के अलावा वर्तमान की जरूरतों के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है साथ ही आगामी खेती के लिए खाद बीज व मजदूरी राशि की व्यवस्था करने की चिंता बढ़ा दी है। समय रहते यदि किसानों को ठगी के द्वारा खरीदी गई धान की रकम नहीं मिली तो किसानों की कमर तोड़ देगी। वहीं किसानों ने बताया की कौन किसान धान बेचेंगे जिनका जानकारी देने वाले किसान को सौ रुपए प्रति क्विंटल कमीशन दिया गया है। उसके द्वारा पूरे क्षेत्र के किसानों से घूम घूम कर धान की खरीदी कर कुछ भुगतान किया लेकिन बाकी भुगतान के नाम पर घुमाता रहा। उमाशंकर ने लगभग 65 किसानों का धान 90 से 95 लाख रुपए का होना बताया है। जितू साहू नेवसा ने तीन से चार सौ किसानों से करोड़ों की खरीदी किए जाने का उल्लेख किया है।

धान खरीदी की रकम चुकाने दिए चेक हो गये बाउंस, मुंगेली के किसानों से की धान खरीदी

शिकायतकर्ता किसानों ने थाने में ठग द्वारा दिए गए धान बिक्री की रकम अदा करने हेतु किसानों को दिए लाखों का चेक की भी सूचना दी जो बाउंस हो गया है। यही नहीं धान की खरीदी बेमेतरा जिले तक ही नहीं बल्कि पड़ोसी जिला मुंगेली सहित आसपास के गांवों में भी हुआ है।

ठगी युवक किसानों को आत्महत्या कर लेने की दे रहे धमकी

किसानों से धान खरीदकर बेचने वाले उमाशंकर साहू व ग्राम रिसामली के किसान रेमजे गायकवाड़ ने बाताया कि दिसंबर महीने में तीन हजार के भाव से धान का भुगतान मिलने से उन्होंने भरोसा कर जनवरी माह में जो धान बेचा, उसका भुगतान अटक गया। 17 मार्च को आरोपी युवक ने रेलवे ट्रैक की लाइव वीडियो कॉल कर आत्महत्या की धमकी भी दी।

आरोपी की फोन का काल डिटेल्स से संलिप्त राजनीतिक चेहरे की हो सकती है पहचान

आरोपी ठगी करने के बाद अब न्याय की आस में राजनीतिक लोगों की शरण तलाशने में जुटे हैं। वहीं आरोपी किस राजनीतिक दलाल को दलाली देकर कैसे बचने लगे हैं इसकी जांच जरूरी है ताकि किसान विरोधी और ठगी को संरक्षण देने वाले बड़े राजनीतिक ओहदे के आड़ पर किसानों की हित की बात करके किसानों को लुटने में लगे लोगों की चेहरे बेनकाब हो सके और आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही हो क्योंकि बड़ी मात्रा में धान बेचने की शिकायत की है। यदि आरोप सही है तो धान कहां खपाया गया है। यह जांच का मुद्दा है, जिसने भी खरीदी की है, उसे पाई-पाई का हिसाब देना होगा। जिला नोडल अधिकारी व जिला प्रशासन के निर्देश देने के बावजूद भी अवैध धान की परिवहन भला कैसे हुआ सम्भव एक बड़ा सवाल।

* धान खरीदी के ठगी मिलने पर बारीकी से जांच की जा रही है। जांच उपरांत ही कुछ कहा जा सकता है।

भुनेश्वर कुमार यादव,थाना प्रभारी नवागढ़

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