लाखों का गोलमाल करने वाले सचिव पर मेहरबान क्यों जनपद सीईओ?
- बोजिया पंचायत में शासकीय राशि का खुलकर किया गया बंदरबांट
जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ जनपद के अंतर्गत आने वाला ग्राम पंचायत बोजिया में खुलकर शासकीय राशि का बंदरबांट किया गया सरपंच-सचिव द्वारा। पंचायत में ऐसे कई काम है जिसको बिना कराये ही शासकीय राशि का अहरण करने का मामला भी सामने आये हैं। सचिव द्वारा ऐसे-ऐसे कई फर्जी बिल व्हाऊचर लगाकर शासकीय राशि का हेराफेरी किया गया है। लेकिन इस पर जनपद पंचायत के किसी भी अधिकारी-कर्मचारी की नजर नहीं पड़ी। हर साल पंचायत का ऑडिट होता है पर ऑडिट करने वाले ऑॅडिटर को भी फर्जी बिल व्हाऊचर दिखाई नहीं दिया हकीकत में दिखाई नहीं दिया या फिर गांधी छाप नोट के चलते ऑडिटर को दिेखने नहीं दिया ये तो ऑडिट करने वाले ऑडिटर ही बता पायेंगे। बोजिया पंचायत द्वारा चलाये जा रहे शासकीय राशन दुकान से होने वाला आये का भी बंदरबांट कर दिया जा रहा है। जबकि पंचायत द्वारा संचालित राशन दुकान का कमीशन से पंचायत का विकास होना था लेकिन यहां पर भी सचिव और उपसरपंच द्वारा मिली भगत कर पंचायत का विकास के जगह उपसरपंच का विकास कर दिया बोजिया सचिव ने।
प्रवासी मजदूरों को पीलाया मिनरल वॉटर
बोजिया पंचायत में तो कोरोना काल के नाम पर भी शासकीय राशि का गोलमाल किया गया है। हम आपको बता दे कि प्रवासी मजदूरों के नाम पर भी शासकीय राशि का बंदरबांट करने का मामला सामने आया है। बोजिया सचिव द्वारा आशीर्वाद ढाबा में प्रवासी मजदूरों खाना और नाश्ता करवाने का बिल पंचायत में पेश किया है जिसमें प्रवासी मजदूरों को 12500 का खाना और नाश्ता करवाया गया तो वहीं प्रवासी मजदूरों को 3850 रूपये का मिनरल वाटर पीलाने का बिल पेश कर लिया गया है। मजेदार बात है कि बिल में कितने मजदूरों को खाना और नश्ता खिलाया गया, कितने बोटल पानी पिलाया गया इसका मात्रा उल्लेख नहीं किया गया है। अब सवाल उठता है कि कोरोना काल में तो सभी ढाबा होटल बंद थे तो फिर आशीर्वाद ढाबा खाना कैसे खिलाया?
नमक के नाम पर भी हुआ घोटाला
छत्तीसगढ़ सरकार नमक फ्री में बांट रहे हैं हर राशन दुकान में फ्री में नमक मिलता है राशन दुकान से फ्री का नमक लेने वाला कोई नहीं है राशन दुकान में फ्री का नमक फेकाये रहते हैं। लेकिन बोजिया सचिव ने कोविड सेंटर के लिए मनोज जनरल स्टोर से 500 का नमक खरीदी करने का बिल पेश किया है। मनोज जनरल स्टोर द्वारा दिया गया बिल में सामान का मात्रा उल्लेख नहीं किया गया है। इस दुकान से कितनी मात्रा में सामान लिया गया है सामान का दर क्या है इसकी कोई उल्लेख नहीं करना सीधे-सीधे बिल में राशि लिखकर बिल लेना कई सावाल खड़ा कर रहा है।