जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
पिछले दिनों खराब सडक़ एवं नगर में भारी वाहनों के प्रवेश को लेकर चक्काजाम किया था। जिसमें ठेकेदार एवं लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों ने कई मांगों पर लिखित आश्वासन दिया था। वहीं नगर में भारी वाहनों के प्रवेश पर भी अधिकारियों द्वारा जारी करने की बात कही गई थी। लेकिन हड़ताल का असर धरातल पर बेअसर दिखाई दे रहा है। चक्काजाम को आम जनता का आंदोलन कहा गया था। लेकिन कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा आंदोलन का नेतृत्व किया गया था। अन्य पार्टियों के कार्यकर्ता इसे कांग्रेस की सोची समझी रणनीति बता रहे थे। जो अब सही लग रहा है। क्योंकि सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों द्वारा जिस आंदोलन का नेतृत्व किया गया। उसके बाद भी लोक निर्माण विभाग लिखित आश्वासन पर अमल नहीं कर रहा है। बता दें कि खरसिया पत्थलगांव मार्ग में तत्काल गड्ढे को भरने की बात कही गई थी। वहीं स्कूल लगने एवं छुट्टी के समय शहर में भारी वाहन विशेष कर कोयला लोड गाडिय़ों के प्रवेश पर रोक लगाने की बात कही गई थी। लेकिन इन दोनों प्रमुख मांगों पर लगभग दो सप्ताह होने के बाद भी कुछ भी अमल नहीं हुआ है। आंदोलन करने वालों ने एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर को बदलने की मांग की थी। लेकिन जब हड़ताल समाप्त की गई तो इस विषय पर कोई बात भी नहीं हुआ।
अब जनता राम भरोसे, क्योंकि भुगतना तो करम में लिखा है
जब मुखिया ही निष्क्रिय हो जाए तो जनता राम भरोसे हो जाते हैं, और अपनी किस्मत को कोसते रहते हैं। वही हाल अभी धरमजयगढ़ की है क्योंकि यहां की सडक़ों का जो दुर्दशा है वह जिले क्या प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है। क्योंकि धरमजयगढ़ से होकर अनेक राज्यों के लिए गाडिय़ां जाती है। लेकिन अब तो यहां सवारी बस भी बंद होने लगी है। जिससे क्षेत्रवासियों को कहीं भी आने जाने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
विपक्ष सडक़ को लेकर मौन तो सत्तापक्ष भी देख रही तमाशा
विपक्ष आंदोलन के लिए मुद्दे खोजती रहती है लेकिन यहां तो इतनी बड़ी मुद्दा मिलने के बाद भी विपक्ष चुप बैठी है। लेकिन सत्ता पक्ष भी जनता का तमाशा देख रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा की बुरी तरह हार में खराब सडक़ भी जिम्मेदार था। अब खामोश जनता आने वाले विधानसभा का इंतजार कर रही है।
हड़तालियों को विधायक ने जमकर लगाई फटकार?
हड़ताल को लेकर शहर में जन चर्चा है कि हड़ताल में बैठे कांग्रेस के कुछ जनप्रतिनिधियों को विधायक ने जमकर फटकार लगाई है। क्योंकि अपने शासन काल में अपनी सरकार की नाकामी को उजागर किया जा रहा था।