मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की आदिवासी समाज से चर्चा लगातार दूसरे दिन भी जारी रही। इस दौरान मुख्यमंत्री ने आदिवासी बहुल 14 जिलों में कोदो-कुटकी खरीदी केंद्र खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा, इन जिलों के गोठानों में कोदो-कुटकी प्रसंस्करण केंद्र भी खोले जाएंगे। यहां से इसके बेचने की भी व्यवस्था होगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, जिन जिलों में कोदो-कुटकी का उत्पादन होता है, वहां राज्य सरकार की ओर से समर्थन मूल्य पर खरीदी की व्यवस्था की जाएगी। कोदो-कुटकी का उत्पादन करने वाले जिलों में बस्तर संभाग के 7 जिले, सरगुजा संभाग के 5 जिले और राजनांदगांव तथा कवर्धा जिले शामिल हैं। राज्य सरकार ने कोदो-कुटकी और रागी को समर्थन मूल्य पर खरीदने की घोषणा पहले ही कर रखी है।
कोदो-कुटकी के लिए 3 हजार रुपए प्रति क्विंटल और रागी के लिए 3 हजार 377 रुपए प्रति क्विंटल का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय हुआ है। बुधवार शाम को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आमंत्रण पर कांकेर, कोंडागांव और बस्तर जिले के भतरा और हल्बा जनजातियों के प्रतिनिधियों के साथ विभिन्न समाजों के सैकड़ों लोग मुख्यमंत्री निवास पहुंचे थे। मुलाकात के दौरान उद्योग मंत्री कवासी लखमा, संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, विधायक चंदन कश्यप और संतराम नेताम सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।