Home छत्तीसगढ़ गरीबी कम करने के लिए 2 वर्ष की कार्ययोजना का अनुमोदन

गरीबी कम करने के लिए 2 वर्ष की कार्ययोजना का अनुमोदन

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दंतेवाड़ा,।  जिले में गरीबी कम करने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। उद्योग मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने इन प्रयासों में और अधिक तेजी लाने के लिए गढ़बो नवा दंतेवाड़ा (पूना माड़ाकाल) के 2 वर्ष की कार्ययोजना का अनुमोदन किया। उन्होंने इस मौके पर जिले में संचालित विभिन्न योजनाओं और विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उल्लेखनीय है कि जिला दंतेवाड़ा में गरीबी रेखा का प्रतिशत वर्ष 2024 तक राष्ट्रीय औसत के बराबर लाने का लक्ष्य रखा गया है।

श्री लखमा ने कहा कि किसानों को खाद-बीज की समस्या नहीं होने चाहिए। सभी समितियों में खाद-बीज का पर्याप्त स्टॉक रखा जाए। उन्होंने कहा कि चालू तेंदूपत्ता सीजन में तेंदूपत्ता की खरीदी और संग्रहण कार्य के साथ-साथ वनोपज संग्रहण के कार्यों को व्यवस्थित रूप से संचालित करने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना, नरवा के तहत किए जा रहे कार्य के साथ ही गौठानों में संचालित रोजगारमूलक गतिविधियों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। श्री लखमा ने कहा कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को बेहतर होने चाहिए साथ ही समय सीमा में कार्य पूर्ण कराया जाए। पेयजल या स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाना चाहिए। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में कर्मचारियों की भर्ती में स्थानीय आदिवासी युवाओं को प्राथमिकता दी जाए।

प्रभारी मंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण कई परिवारों के माता-पिता की मृत्यु से बच्चे बेसहारा हो गए हैं। ऐसे बेसहारा बच्चों की पढ़ाई-लिखाई सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर महतारी दुलार योजना प्रारंभ की है। इस योजना में बेसहारा हुए बच्चों की शिक्षा का खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा, इसके अलावा बच्चों को छात्रवृत्ति भी दी जाएगी। उन्होंने कोरोना के कारण मृत शासकीय कर्मचारियों के अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों का भी शीघ्रातिशीघ्र निराकरण करते हुए नियुक्ति पत्र जारी करने और बेसहारा बच्चों को महतारी दुलार योजना से लाभान्वित करने के निर्देश दिए।

प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने जिले में कच्चे आम से अमचूर पाउडर निर्माण एवं उसका वैल्यू एडिशन करने की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस कार्य से जुड़ी महिलाओं को अब पर्याप्त आमदनी होगी। हाल ही में इन महिलाओं द्वारा तैयार किए गए अमचूर 70 रुपए प्रति किलो की जगह 600 रुपए प्रति किलो की दर से अन्य प्रदेशों को भेजा गया है। उन्होंने पूना माड़ाकाल दंतेवाड़ा के गारमेन्ट फैक्ट्री में तैयार किए जा रहे उत्पादों और उनसे जुड़ी महिलाओं की प्रशंसा की और कहा कि उनके द्वारा तैयार रेडीमेड गारमेंट तथा अन्य उत्पादों की विभिन्न प्रदेशों से अच्छी मांग आ रही है।

श्री लखमा ने कहा कि जिले में कोरोना के नियंत्रण के लिए सेवाभावी अधिकारी-कर्मचारियों के परिश्रम के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से अब कोरोना नियंत्रित है, किन्तु अभी भी बहुत अधिक सतर्कता बरते जाने की आवश्यकता है, जिससे कोरोना के वापसी की संभावना किसी भी प्रकार से न रहे। उन्होंने लोगों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने और कोरोना का टीका लगाने की अपील की। इस अवसर पर सांसद दीपक बैज, दंतेवाड़ा विधायक श्रीमती देवती महेन्द्र कर्मा, बीजापुर विधायक विक्रम शाह मंडावी, राज्य औषधि पादप बोर्ड के उपाध्यक्ष छबीन्द्र कर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री तूलिका कर्मा, कलेक्टर दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव, सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।

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