भोपाल । कोरोना संक्रमण की पहली और दूसरी लहर में सबसे अधिक अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पड़ा है। इस दौरान लाखों लोग बेरोजगार हुए हैं। वहीं तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए उद्योग-धंधे अभी भी पटरी पर नहीं आ पाए हैं। इस बीच कोरोना काल के पिछले 14 महीनों में जहां बड़े पैमाने पर उद्योग-धंधों को नुकसान उठाना पड़ा था वहीं इस दौरान मप्र में इस मोर्चे पर सुखद खबर आई। 1 मार्च 2020 से 15 मई 2021 तक 6095 नई कंपनियां रजिस्टर्ड की गईं। 1 मार्च 2020 से लेकर 15 मई 2021 के बीच रजिस्टर्ड हुई इन कंपनियों में 4844 प्राइवेट लिमिटेड हैं तो 1141 कंपनियां एलएलपी यानी लिमिटेड लाइबिलिटी पार्टनरशिप वाली हैं। इसके साथ ही 110 पब्लिक लिमिटेड कंपनियां हैं। जबकि पिछले वर्ष 2981 कंपनियां रजिस्टर्ड हुई थीं।
मप्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। सरकार की कोशिश है कि कोरोना संक्रमण के कारण बदहाल हुई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए प्रदेश में अधिक से अधिक निवेश को आकर्षित किया जाए। इसके लिए सरकार ने कई तरह की सहूलियतें भी दी हैं। इसको देखते हुए कई देशी और विदेशी कंपनियां मप्र में निवेश के लिए आकर्षित हुई हैं।
वित्त वर्ष 2019-20 में रजिस्टर्ड हुई थीं 2981 कंपनियां
प्रदेश में वर्तमान में 55 हजार कंपनियां संचालित हो रही हैं। इस हिसाब से देखें तो कोरोना काल के 14 महीने में करीब 11 प्रतिशत नई कंपनियां आरओसी ग्वालियर में रजिस्टर्ड हुई हैं। वर्ष 2019-20 में वर्षभर में कुल 2981 कंपनियां रजिस्टर्ड हुई थीं। यानी इस बार पिछले वर्ष की तुलना में 3114 कंपनियां अधिक रजिस्टर्ड हुई हैं।
कंपनियों का पेडअप कैपिटल 300 करोड़ रु. बैंकों में जमा
कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री के अनुसार जो 6095 कंपनियां रजिस्टर्ड हुई हैं, उन्होंने अपनी पेड अप कैपिटल या प्रदत पूंजी का 25 गुना भी निवेश किया तो प्रदेश में करीब 7,313 करोड़ रुपए का निवेश आने का अनुमान है। इन कंपनियों का पेड अप केपिटल ही करीब 300 करोड़ रुपए बैठेगा जो बैंकों में जमा हो चुका है।
कंपनियां शुरू होने के बाद बदलेगी रोजगार की तस्वीर
एक कंपनी में न्यूनतम 20 और अधिकतम सैकड़ों की संख्या में लोग तक काम करते हैं। उद्योग चैंबर सीआईआई के अनुसार नई शुरू हुई 6095 कंपनियों का काम शुरू हो जाने के बाद करीब सवा लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। हालांकि आरओसी ग्वालियर ने आरटीआई में यह नहीं बताया कि जो नई कंपनियां शुरू हुई हैं, वे किस-किस सेक्टर में काम कर रही हैं या करेंगी।
आर्थिक गतिविधियों में तेजी का संकेत
कोरोनाकाल में 6095 नई कंपनियों का रजिस्ट्रेशन प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों में तेजी का संकेत है। यह न सिर्फ उद्योग-धंधों के लिए लाभप्रद साबित होगा बल्कि नए रोजगार भी सृजित होंगे।