नई दिल्ली । राजस्थान ने जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत ग्रामीण घरों में नल के पानी का कनेक्शन प्रदान करने की खातिर आज वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए अपनी वार्षिक कार्य योजना, संतृप्ति योजना के विवरण के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पेश की। राजस्थान ने 2024 तक हर घर नल के पानी का कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य हासिल करने की योजना भी पेश की। योजना पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सचिव की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय समिति के सामने पेश की गयी। राजस्थान में 1.01 करोड़ ग्रामीण घर हैं जिनमें से 19.61 लाख (19.3 प्रतिशत) घरों में नल के पानी का कनेक्शन मौजूद है। 2020-21 में ग्रामीण इलाकों में करीब 6.77 लाख नये कनेक्शन उपलब्ध कराए गए। 2021-22 में राज्य की 30 लाख नल के पानी के कनेक्शन उपलब्ध कराने की योजना है। जल जीवन मिशन केंद्र सरकार का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य हर ग्रामीण घर में 2024 तक नल का पानी उपलब्ध कराना है। पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 में, राज्य को 2,522 करोड़ रुपये का केंद्रीय कोष जारी किया था। मौजूदा वित्तीय वर्ष यानी 2021-22 में, राज्य को जल जीवन मिशन के तहत केंद्रीय निधि के रूप में 5,500 करोड़ रुपये मिलने की संभावना है। राष्ट्रीय समिति ने राज्य से सामंजस्य के जरिए विभिन्न कोषों का इस्तेमाल करने की अपील की। राज्य मनरेगा, एसबीएम,पीआरआई को 15वें वित्त आयोग के अनुदान, सीएएमपीए कोष, स्थानीय क्षेत्र विकास निधि, जैसे विभिन्न कार्यक्रमों के अभिसरण द्वारा सभी उपलब्ध संसाधनों को एक साथ जोड़ेगा।