बिलासपुर । सतीश्री ज्वेलर्स गोलीकांड की तरह जिले के सभी संगीन और पेंडिंग मामलों की जांच करें। सतीश्री ज्वेलर्स गोलीकांड में जिस तरह आरोपियों की गिरफ्तारी और हथियार के साथ आरोपियों की दूसरे राज्य से गिरफ्तारी की गई उसी तरह दूसरे मामलों की जांच की जानी चाहिए और इससे सफलता जरूर मिलेगी। राजपत्रित अधिकारी थानों में बैठकर जनता की समस्याएं जानने व फ्रैंडली पुलिसिंग करने और कर्मचारियों से थाना क्षेत्रों की गतिविधियों की जानकारी लें।
सतीश्री ज्वेलर्स गोलीकांड सुलझाने वाले पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों समेत 49 को डीजीपी ने नगद इनाम देकर सम्मानित किया 5 टीआई, 7 सब इंस्पेक्टर, 5 एएसआई, 3 प्रधान आरक्षक सहित 29 आरक्षक को डीजीपी ने नगद इनाम देकर सम्मनित किया है
शिकायतें मुझ तक नहीं आनी चाहिए
डीजीपी ने थानेदारों और राजपत्रित अधिकारियों को दो टूक में कहा कि बिलासपुर जिले से प्रतिदिन उनके पास शिकायत करने लोग पहुंचते हैं। शिकायतें ऐसी हैं कि जिनका निराकरण थाना स्तर पर किया जाना है। जनता की शिकायतें नही ंसुनने के कारण उनके पास लोग पहुंच रहे है। डीजीपी ने अधिकारियों और थानेदारों को दो टूक मे में कहा कि शिकायतों का निराकरण जिला स्तर पर करें। शिकायतें उनतक पहुंचने पर संबंधित अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
फ्रैंडली पुलिसिंग करें, थाने में बैठें राजपत्रित अधिकारी
डीजीपी ने एएसपी और डीएसपी वर्ग के अधिकारियों को काम नहीं करने की बात कही। उन्होंने राजपत्रित अधिकारियों को कर्मचारियों से अधिकारियों की तरह नहीं बल्कि दोस्त की तरह पेश आने की बात कही। उन्होंने एएसपी, डीएसपी और कर्मचारियों को फ्रैंडली पुलिसिंग करने, एसी के चेंबर छोड़कर थानों में बैठने , जनता से समस्याएं जानने और कर्मचारियों से थाना स्तर पर चल रही गतिविधियों की जानकारी लेकर समस्याओं का समधान करने के निर्देश दिए।