नई दिल्ली । पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। महाराष्ट्र सहित कई राज्यों के कुछ शहरों में फिर से लाकडाउन लगाने की नौबत आ गई है। दिल्ली में भी मंगलवार से रात का कर्फ्यू लगा दिया गया है। इससे आम लोगों की परेशानी बढ़ी है। वहीं, इस स्थिति से रेल प्रशासन भी चिंतित है। इसे ध्यान में रखकर रेलवे स्टेशनों, कार्यालयों व ट्रेनों में विशेष जागरूकता अभियान शुरू किया जा रहा है। एक तरफ कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।
वहीं, दूसरी ओर यात्रियों की परेशानी दूर करने के लिए विशेष ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा रही है। लंबी दूरी की ट्रेनों के साथ ही कई लोकल ट्रेनें भी चलने लगी हैं। कोरोना काल से पहले चलने वाली ट्रेनों में से 90 फीसद को दस अप्रैल तक पटरी पर लाने की तैयारी है। इस वजह से रेलवे स्टेशनों पर भीड़ बढ़ने लगी है। रेलवे कार्यालयों में भी अब पूरी क्षमता के साथ कर्मचारियों को काम पर बुलाया जा रहा है। इससे कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है। पिछले दिनों दिल्ली के मंडल रेल प्रबंधक सहित कई लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं।
संक्रमण से बचाव के लिए अधिकारियों को सभी जरूरी कदम उठाने को कहा गया है। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने सभी क्षेत्रीय रेलवे महाप्रबंधकों को पत्र लिखकर जागरूकता अभियान चलाने को कहा गया है। रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को जागरूक करने के लिए नियमित रूप से कोरोना गाइडलाइन के बारे में उद्घोषणा की जाएगी। जगह-जगह पोस्टर चिपकाए जाएंगे, साथ ही बिना मास्क पहने लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी होगी। भीड़ बढ़ने से शारीरिक दूरी का पालन कराना चुनौती है। रेलवे कार्यालयों में कर्मचारियों को जागरूक किया जाएगा। कार्यस्थल पर किसी तरह की लापरवाही न हो इसका ध्यान रखने को कहा गया है। रेलवे की वेबसाइट पर भी जागरूकता के मैसेज चलाए जाएंगे।