कोरबा जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव एवं उसे फैलने से रोकने के लिए 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी लोगों का टीकाकारण तेजी से जारी है। जिले में अब तक एक लाख 30 हजार 010 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में इस टीकाकरण का सघन अभियान से आने वाले दिनों में 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के शत-प्रतिशत लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने का लक्ष्य जिला प्रशासन ने रखा है। टीकाकरण केन्द्रों पर पर्याप्त संख्या में वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने आज भी वैक्सीनेशन वैन रायपुर भण्डार गृह भेजी गई है। रायपुर से आज लगभग 20 हजार से अधिक टीके की डोज जिले को मिलने की संभावना है। वहीं आज भी जिले के पोड़ी-उपरोड़ा और पाली विकासखण्डों में एक हजार से अधिक लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है। कोविड टीकाकरण केन्द्रों पर लोगों को टीका लगाने के बाद काउंसिलिंग भी की जा रही है।
शहरी क्षेत्रों में लगी अब तक सबसे अधिक वैक्सीन, ग्रामीण क्षेत्रोें में पाली पहले स्थान पर – कोरोना टीकाकरण सघन अभियान के दौरान अभी तक कटघोरा और कोरबा के शहरी इलाकों में सबसे अधिक वैक्सीेनेशन हुआ है। इन इलाकों में अब तक 27 हजार 275 लोगों को कोरोना से बचाव के लिए टीका लगाया जा चुका है। ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण के मामलें में पाली विकासखण्ड पहले स्थान पर है जहां अब तक 25 हजार 367 लोगों को वैक्सीनेट किया जा चुका है। दूसरे स्थान पर कटघोरा विकासखण्ड है जहां 20 हजार 574 लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है। करतला विकासखण्ड में 19 हजार 238 लोगों को, कोरबा विकासखण्ड के ग्रामीण इलाकों में 18 हजार 996 लोगों को और पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड में 18 हजार 560 लोगों को कोरोना से बचाव का टीका लगाया जा चुका है।
*कल की वैक्सीनेशन रिपोर्ट
छह अप्रैल को टीकाकरण अभियान के तहत 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को कोरोना का टीका लगाने में शहरी क्षेत्र के रहवासियों ने खासी तत्परता दिखाई है। कोरबा और कटघोरा विकासखण्ड के शहरी इलाकों में कल सबसे अधिक दो हजार 149 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई गई। दूसरे स्थान पर कटघोरा विकासखण्ड का ग्रामीण इलाका रहा जहां दो हजार 102 लोगों ने टीकाकरण केन्द्रों पर पहुंचकर कोरोना का टीका लगवाया। कोरबा विकाखण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों में दो हजार 020, करतला विकासखण्ड में एक हजार 996, पोड़ी-उपरोड़ा विकासखण्ड में 600, पाली विकासखण्ड में एक हजार 697 लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण करा लिया है।
कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल द्वारा प्रतिदिन जिले में कोरोना वैक्सीनेशन और वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर लगातार समीक्षा की जा रही है। कलेक्टर ने वैक्सीन खत्म होने से पहले अगले दिनों के लिए वैक्सीन की डिमांड राज्य कार्यालय को भेजने और आबंटित वैक्सीन को सुरक्षित तथा सभी मानकों का पालन करते हुए जिले के टीकाकरण केन्द्रों तक समय पर पहुंचाने के निर्देश भी सीएमएचओ डाॅ. बी. बी. बोडे को दिए हैं। कोविड टीकाकरण के लिए 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को किसी भी प्रकार की बीमारी संबंधी दस्तावेज या सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य नहीं है। कोई भी व्यक्ति शासकीय या निजी टीकाकरण केन्द्र में पंजीयन आधार कार्ड, मतदाता परिचय पत्र, पासबुक, ड्राईविंग लायसेंस जैसे फोटो आईडी या शासकीय अभिलेख और अन्य दस्तावेजों के आधार पर अपना टीकाकरण करा सकता है। इसके साथ ही टीकाकरण कराने वाले व्यक्ति को टीकाकरण केन्द्र में अपना मोबाईल नम्बर भी बताना होगा। जिले के सभी टीकाकरण केन्द्रों में प्रशिक्षित स्वास्थ कर्मियो द्वारा टीकाकरण किया जा रहा है। टीकाकरण के दौरान सामाजिक दूरी, सेनेटाईजर एवं मास्क का उपयोग जैसे निर्धारित प्रोटोकाल का पालन करना अनिवार्य है। टीकाकरण के पश्चात् आधा घंटा हितग्राही को निगरानी कक्ष मेें बैठाया जाता है। भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविशील्ड टीके के पहले डोज से छह से आठ सप्ताह के अंतराल में कोवि शील्ड का दूसरा डोज लगाया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश सभी जिला स्तरीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारियों को दिए गए हैं।