जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
धरमजयगढ़ क्षेत्र में अंधाधून बड़े-बड़े पोड़ों की कटाई किया जा रहा है और इन अवैध कटाई पर वन विभाग के साथ-साथ राजस्व विभाग भी मौन धारण कर रखा है। हम आपको बता दे कि धरमजयगढ़ क्षेत्र के आसपास अंधाधून ईमारती पेड़ों की कटाई खुलेआम किया जा रहा है वन तस्करों द्वारा, लेकिन इन तस्करों पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं होने से इनके हौसले बुलंद हो गया है जिसका नतीजा है कि धरमजयगढ़ के दुलियामुड़ा, कोयलार के राजस्व विभाग के कई एकड़ जंगल को कांट कर साफ कर दिया गया ताकि तस्कर अपना कब्जा कर खेत बना सके, लेकिन इसकी जानकारी राजस्व विभाग के मैदानी कर्मचारियों को होने के बाद भी मैदानी कर्मचारी ना तो ऐसे अवैध काम करने वालों को रोकते हैं और न ही इसकी खबर अपने उच्चअधिकारियों को देते हैं। हमारे द्वारा क्षेत्र में हो रहे जंगल की कटाई का समाचार लगातर प्रकाशित किया जा रहा है लेकिन इसके बाद भी न तो वन विभाग अवैध कटाई पर कार्यवाही कर रही है और न तो राजस्व विभाग। और राजस्व विभाग को अपने सैकड़ों एकड़ जंगल की कटाई की खबर होने के बाद भी अवैध कटाई करने वालों पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं?
तहसीलदार ने दिये जांच के आदेश
दुलियामुड़ा-कोयलार में हुए सैकड़ों एकड़ जंगल की कटाई के मामले में तहसीलदार धरमजयगढ़ ने जांच के आदेश देते हुए एक सप्ताह में पटवारी अपना रिपोर्ट देंगे। मजेदार बात है कि कोयलार और दुलियामुड़ा के शासकीय राजस्व भूमि में अंधाधून पेड़ों की कटाई लंबे समय से चल रहा है। और असकी खबरे अखबारों के सुर्खिया बनते रहे, लेकिन इसके बाद भी अधिकारी-कर्मचारी तस्करों पर कार्यवाही न करते हुए मौन धारण कर बैठे रहना कई सवाल को जन्म दे रहा है, कि आखिर क्या मजबूरी है कि सैकड़ों-सैकड़ों एकड़ जंगल को साफकर कब्जा कर ले रहे हैं और इस पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। ऐसे कई सवाल और है जिसकों क्षेत्र की जनता जानना चाहते हैं।