तोमेश्वर खरे
जोहार छत्तीसगढ़-बेमेतरा।
सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र के अनुसूचित जाति बाहुल्य ग्राम झाझाडीह के ग्रामीणों ने लोक सभा चुनाव 2024 का बहिष्कार करते हुए कहा की रोड नहीं तो वोट नहीं कहकर नारा लगाते हुए ग्रामीण एक मत होकर विकास कार्यों में सांसद,विधायकध्यान नहीं देते नतिजन आजादी से आज तक गांव पहुंच विहीन है इनका पूरा श्रेय क्षेत्र के विधायक और सांसद तथा गांव के सरपंच जिम्मेदार है हर बार ग्रामीणों को लोक लुभावन वादे घोषणाएं से सिर्फ बहलाने का काम किया है। जबकी हमारे गांव में पूर्ण रूप से अनुसुचित बाहुल्य गांव होते हुए भी झाझाडीह गांव को जानबूझकर विकास कार्यों से कोसों दूर रखा गया जबकि क्षेत्रीय विधायक अनुसुचित जाति के सुरक्षित सीट पर सत्ता पर विराजमान हैं। आरक्षित विधानसभा में सुरक्षित नहीं एस सी समुदाय के लोग ग्रामीणों का कहना है कि सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र होने के बावजूद भी अनुसूचित जाति के लोगों के साथ में अन्याय अत्याचार तथा विकास कार्यों के लिए हमेशा कोसों दूर रखा गया है कई ग्राम ऐसे हैं जहां पर विकास के नाम पर सिर्फ दिखावा किया गया है और जमीनी धरातल पर एक काम भी नहीं हुआ इन बातों से नाराज होकर ग्राम झाझा के ग्रामीणों ने दो लोकसभा चुनाव 2024 का बहिष्कार करते हुए नारे लगाने शुरू कर दिए इस बात को लेकर जिला प्रशासन भी सक्रियता के साथ में लोगों को अपील कर मतदान करने की बात कह रहे हैं। रामपुर पंचायत अंतर्गत रामपुर, मोतिमार और झाझाडीह से तीनों गांव में रोड की समस्या बहुत ही गंभीर है जिसके कारण बच्चो को पढ़ाई करने के लिए बाहर जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है और बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पडता है। और कई लोगों का सही समय पर आपातकाल स्थिति में अस्पताल जजकी कराने महिलाओं को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे के लिए को समुचित व्यवस्था नहीं होने से गांव के गर्भवती माताओं सहित ग्रामीणों की जान चली गई है।