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ग्रामीण क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री से महिलाएं परेशान, शराब बंदी को लेकर थाना प्रभारी से लगा रहे गुहार … आबकारी विभाग की सुस्त रवैया से धरमजयगढ़ क्षेत्र के ढाबों में बिक रहा अवैध शराब

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जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।

अदिवासी बहुल्य विकास खण्ड धरमजयगढ़ में इन दिनों अवैध शराब पर कार्यवाही को लेकर ग्रामीण महिलाएं लगातार थाना प्रभारी कमला पुसाम ठाकुर से गुहार लगाई जा रही है। हर दो चार दिन में किसी न किसी गांव की महिलाएं एकत्रित होकर थाना पहुंचकर अवैध शराब बनाने एवं पीने वालों पर कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। महिलाओं ने थाना प्रभारी को ज्ञापन देकर मांग की है कि गांव में कुछ लोग अवैध तरीके से हाथ भट्ठी शराब बनाकर बेचते हैं जिससे गांव की छोट-छोटे बच्चे शराब के आदि बन जा रहे हैं। महिलाओं की माने तो गांव में शराब के नशेे में लोग छोटी-मोटी चोरियां भी कर रहे हैं। महिलाओं की मांग पर थाना प्रभारी कमला पुसाम ठाकुर लगातार कार्यवाही कर रहे हैं एवं ग्रामीण क्षेत्र में बिक रहे अवैध शराब पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन वहीं अगर हम बात करें आबकारी विभाग की तो धरमजयगढ़ आबकारी विभाग अपने कर्तव्य सही तरीके से नहीं निभा रहे हैं जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्र के साथ-साथ शहर के ढाबों में खुलेआम शराब की बिक्री की जा रही है। आबकारी विभाग की सुस्त रवैया से ही धरमजयगढ़ क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री हो रही है? मजेदार बात है कि ग्रामीण क्षेत्र की आदिवासी महिलाएं अवैध शराब पर पुरी तरह प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं और आबकारी विभाग है जो महिलाओं की मांग के अनुरूप अवैध शराब पर प्रतिबंध लगाने में नाकाम साबित हो रही है।

क्या आबकारी विभाग की मिली भगत से ढाबों में परोसी जा रही शराब?

जिस प्रकार धरमजयगढ़ क्षेत्र के ढाबों में अवैध शराब की बिक्री खुलेआम हो रही है उससे तो ऐसा लगता है कि आबकारी विभाग के मिली भगत से ही हो रहा है? अब सवाल उठता है कि ढाबा संचालकों को भारी मात्रा में अंग्र्रेजी एवं देशी शराब मिलता कहां से है? शासन के नियमानुसार एक व्यक्ति को शराब दुकान से 4 पाव या फिर एक बटल शराब देना का नियम है फिर ढाबा में इतने मात्रा में शराब कैसे आता है। क्या विभागीय मिलीभगत के बिना ऐसा हो पाना मुमकिन है? और आबकारी विभाग कभी ये पता नहीं करते हंै कि ढाबों में शासकीय शराब दुकान से शराब आता कैसे हैं? आबकारी विभाग के उच्च अधिकारियों को चाहिए की कार्यवाही के दौरान ढाबों में मिले शराब किस शराब दुकान की है और कैसे में शराब ढाबा पहुंचा इसकी जांच कर अवैध शराब बिक्रेताओं के साथ-साथ मिली भगत करने वालों पर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।

क्या कहते आबकारी अधिकारी

इस संबंध में धरमजयगढ़ आबकारी विभाग में पदस्थ उपनिरीक्षक एसके नारांग से बता करने पर बताया कि हमारे द्वारा लगातार कार्यवाही किया जा रहा है अप्रैल माह में धरमजयगढ़ के एक ढाबा सहित 9-10 प्रकरण दर्ज किया गया है। आगे भी अवैध शराब बिक्रेताओं पर लगातार कार्यवाही किया जायेगा।

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