इन्दौर । संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा मंगलवार को इन्दौर संभाग के खरगोन जिले के एक दिवसीय भ्रमण पर रहे। उन्होंने इस दौरान कोविड से निपटने के लिये की जा रही तैयारियों का जायजा लिया और इस संबंध में कराये जा रहे कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने मनरेगा के कार्यों का निरीक्षण भी किया।
इसके बाद नवीन कलेक्टर भवन के सभागृह में कोविड से संबंधित बिंदुओं पर समीक्षा की। बैठक में संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने कोरोना उपचार और मरीजों को उपचार के कार्यों की सराहना करते हुए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यहॉं उम्मीद से अच्छे प्रयास और व्यवस्थाए की गई है। कलेक्टर और पूरी टीम को बधाई दी। संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने कहा कि कोविड के बाद ऐसे प्रकरण भी सामने आए है जिन्होंने आंखे खोई है और जिंदगी भी। इन्दौर ने ऐसे प्रयास किये है जिससे पहले ही जानकारी मिल जाने के बाद लोगो की रोशनी को बचाया गया है। इसके लिए डॉ. शर्मा ने इन्दौर का फार्मूला भी बताया और खरगोन को भी इसी तरह किसी रूपरेखा पर कार्य करते हुए अर्लिडिटेक्शन करने के निर्देश दिए है। साथ ही उन्होंने कहा कि अर्लिडिटेक्शन करने के बाद इन्दौर रेफर कर दे। वहां बेहतर कार्य किया जा रहा है। सबसे बड़ी बात है कि समय से पहले ऐसे मरीज हमारे सामने आ जाये।
ब्लैक फंगस की जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ. दिव्येश वर्मा ने बताया कि जिले में अब तक 31 ब्लैक फंगस के मरीज सामने आए है, 24 मरीज डिस्चार्ज हुये है, वही 7 मरीजों का अभी इन्दौर में उपचार चल रहा है। डॉ. वर्मा ने कहा कि दो मरीज ऐसे है जिन्हें कोविड नही हुआ मगर उनको डायबिटीज की समस्या थी। डॉ. वर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि खरगोन में एंडोस्कोपी की मशीन में चेक करने के बाद निर्देशानुसार इन्दौर रेफर कर दिया है। अभी 7 मरीज इन्दौर में भर्ती है। बैठक में एसपी शैलेन्द्र सिंह चौहान, जिला पंचायत सीईओ गौरव बेनल, एडीएम बीएस सोलंकी, एसडीएम सत्येंद्र सिंह, सीएमएचओ डॉ. डीएस चौहान, डॉ. संजय भट्ट व अन्य डॉक्टर्स भी उपस्थित रहे।
:: टीके के लिए माइक्रो मैनेजमेंट करने के निर्देश ::
समीक्षा बैठक में संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने कहा कि अब समय टीकाकरण का है। लोगो मे जागरूकता भी आयी है। मगर अब भी जरूरत है लोगो को बतलाए कि क्यो आवश्यक है टीका ? ऐसे काम करे जिससे लोग स्वयं आगे आये और टीका लगाए। इसलिए गांव-गांव के ऐसे हर वर्ग के नेतृत्वकर्ता व्यक्तियों को समझाए उनकी जागरूकता बड़े काम की है। अगर उन्होंने टीका नही लगवाया है तो पहले उनको लगवाओ फिर वे अन्य को जागरूक करें। ऐसे माइक्रो मैनेजमेंट करके जिले में बदलाव लाये। खासकर 45 वर्ष से अधिक उम्र के और किसी बीमारी वाले लोगो के लिए आने वाला समय बहुत अच्छा नही है। इसलिए हमें कुछ बेहतर कार्य करना अनिवार्य है। बड़ा किसान, बहुत पढ़ा लिखा व्यक्ति, पटेल, सरपंच या ऐसा व्यक्ति जिसकी गांव में ज्यादा अच्छी पहचान है उनका जागरूकता के कार्य में सहयोग लें।
:: उम्मीद से अच्छा काम किया जिला अस्पताल ने ::
समीक्षा बैठक के दौरान संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने कहा कि पीक के दौरान जो काम जिला अस्पताल ने किया। उसकी उन्हें उम्मीद नही थी। इलाज के साथ-साथ जरूरत के अनुसार आवश्यक व्यवस्थाएं जुटाई गई। इसके अलावा मरीजो को जिस तरह संभाला वो वाकई बड़ी बात है। जो संकट आया वो प्रशासन के अलावा परिवारों पर भी आया मगर उनको इलाज देने में किये गए प्रयास बहुत बेहतर है। यहाँ सीमित व्यवस्था होने के बावजूद जिस तरह मरीजो की बढ़ती संख्या होने पर भी संभाले रखा ये अच्छा काम था। कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा ने बताया कि यहाँ कसरावद- महेश्वर और सनावद में भी कुछ अच्छी व्यवस्थाएं की जिससे जिला अस्पताल पर ज्यादा प्रेशर नहीं आया। जब बहुत ज्यादा समस्या होने लगी तो यहां रेफर करवाया गया। तब तक कुछ बेड खाली या वैकल्पिक व्यवस्था का मैनेज किया गया।
:: भविष्य पर रखे नज़र ::
समीक्षा बैठक में इन्दौर संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने कहा कि अधिकांश स्थानों पर ऑक्सीजन प्लांट को लेकर ज्यादा तैयारी हो रही है। जो कुछ हद तक सही भी है। इसके अलावा और भी बहुत कुछ है करने के लिए अपडेट करो अब अस्पतालों को पूरे जिले में अलग अलग प्लांट की जरूरत नही है एक ही लिक्विड प्लांट भी काफी है। बैठक में डॉ. शर्मा ने सिविल सर्जन से सामान्य दिनों में ऑक्सीजन की जरूरत और उपलब्धता के बारे में जानकारी ली।