बिलासपुर । रतनपुर के राम टेकरी के तलहटी में तीनों ओर से वनाच्छादित पहाडिय़ों से घिरे हुए अत्यंत मनोरम बीकमा तालाब जिसमें लोगों की आम निस्तारी के साथ ही साथ अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए विख्यात है ,यह तालाब पर्यटन नगरी के गौरवशाली पल का गवाह आज़ भी बना हुआ है, किन्तु वक्त के थपेड़े और प्रशासनिक अनदेखी के चलते यह ऐतिहासिक धरोहर बीकमा तालाब का अस्तित्व में संकट के बादल मंडराने लगा है , जो कि इस तालाब के गंदा पानी से महामारी की आशंका को इंकार नहीं किया जा सकता ,इस तालाब में जलकुंभी ,कचरा से दुर्गंध तथा इसके बदहाली को देखते हुए तालाब का कायाकल्प का काम आज से शुरू हो गया,रतनपुर के इतिहास में लगभग 1400 तालाब होने का गौरव प्राप्त करने वाला यह अकेला नगर है जहां 57 एकड़ क्षेत्र में फैले बीकमा तालाब जो कभी रतनपुर नगर की आन बान और शान के उदाहरण माना जाता था किंतु समय के दर्पण में इसकी तस्वीर ही बदल दी है जो आज की स्थिति में अपनी बदहाली की आंसू बहा रही है इस मुद्दे को नगर पालिका उपाध्यक्ष और पार्षदों के द्वारा बड़ी ही सजगता और गंभीरता से लेते हुए नगर के गौरवशाली प्राचीन धरोहर दिखना तालाब को सहेजने और सवारने के खातिर आगे आए हैं यह काम नगर पालिका अध्यक्ष कन्हैया यादव पार्षद तथा नगर पालिका के कर्मचारी तथा आसपास के लोगों के द्वारा इस काम में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं जिसके तहत आज सुबह यह सारे लोग तालाब के किनारे इक_ा होकर तालाब में पटे हुए जलकुंभी को डोर व अन्य माध्यम से खींचकर बाहर निकाला गया तथा पचरी के आसपास फैले हुए कचरा को इक_ा करके ऑटो और ट्रैक्टर के माध्यम से फेंकवाया गया ,अगर यह स्वच्छता का काम सतत जारी रहा तो वह दिन दूर नहीं है जब इस तालाब को बहुत जल्द पहले जैसे खूबसूरत बनाया जा सकता है जिससे आमजन निस्तारी की समस्या भी दूर हो जाएगी