नई दिल्ली । ई-वाणिज्य मंच चलाने वाली दिग्गज कंपनी अमेजॉन ने कहा कि वह वह कंप्यूटर आधारित एक ऐसा समाधान तैयार कर रही है जो बाजार के लिए फल-सब्जियों की छंटाई करने में मदद करेगी। कंपनी की योजना निकटवर्ती-अवरक्त (इन्फ्रारेड) सेंसेर प्राणाली से फल की मिठास और उसके पके होने का भी अनुमान लगाया जा सकेगा। अमेजॉन इंडिया के उपाध्यक्ष (यांत्रिक ज्ञान) राजीव रस्तोगी ने कहा कि फल और सब्जयों के खरीदने में गुणवत्ता की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह ग्राहकों की संतुष्टि का एक बड़ा कारक होती है। टमाटर और प्याज जैसी चीजों के एक एक नग को गुणवत्ता के आधार पर छांटने के काम पर केवल व्यक्तियों को ला कर हर दिन लाखों नग वस्तुओं का वर्गीकरण करना मुश्किल है। वह अमेजॉन संवाद कार्यक्रम के एक सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि फल सब्सियों की छंटाई व वर्गीकरण के लिए कंपनी कंप्यूटर-दृष्टि आधारित प्रणाली का निर्माण कर रही है। ऐसी प्रणाली प्याज और टमाटर जैसे उत्पादों की छंटाई में काम आएगी। यांत्रिक-जानकारी पर आधारित समाधान में छवियों के कंप्यूटरीकृत विश्लेषण के आधार पर सब्सजी के कटे-फटे या क्षतिग्रस्त और छोटे होने पर उसको छांट कर मशीन द्वारा ही अलग कर दिया जाता है। इससे एक दिन में लाखों करोड़ों की संख्या में सामान की छंटाई व वर्गीकरण कम खर्च पर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इससे छंटाई की लागत हाथ की तुलना में 78 प्रतिशत कम की जा सकती है। उन्होंने बताया कि कंपनी ने फल के पके होने और उसके मिठास की जांच के लिए अवरक्त किरणों वाले सेंसर का प्रयोग करने की योजना तैयार की है। इसी तरह पैकेजिंग की लागत कम करने के लिए भी यात्रिक-ज्ञान का प्रयोग करने की योजना है।