रायपुर, । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रायपुर एवं दुर्ग संभाग के ग्रामीण अंचल में कोरोना संक्रमित लोगों की जीवन रक्षा में जुटे स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले और मितानिनों से विस्तार से चर्चा की। ग्रामीण इलाकों में कार्यरत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, एएनएम और मितानिनों का कहना है कि लक्षण वाले मरीजों को कोरोना किट में उपलब्ध दवाओं का अविलंब सेवन शुरू करा देने से लोग तेजी से रिकवर होने लगे हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पलारी के वार्ड क्रमांक 15 की मितानिन रेशमा दानी ने बताया कि उनके वार्ड के 114 घरों के कुल 15 लोग संक्रमित थे , जो दवा के सेवन से अब ठीक हो चुके हैं । उन्होंने मुख्यमंत्री को कोरोना किट में प्रदाय की गई दवाओं और उसके सेवन के बारे में भी जानकारी दी। ग्राम कोदवा की मितानिन पुष्पा कन्नौजे ने बताया कि गांव में 6 मितानिन कार्यरत हैं । कुल 43 कोरोना संक्रमित में से 32 स्वस्थ्य हो चुके हैं, शेष 11 मरीज नियमित रूप से दवा लेने के कारण अब स्वस्थ होने की स्थिति में हैं । स्वास्थ्य कार्यकर्ता भवानी सिंह ने बताया कि उनके क्षेत्र के 5 गांवों में कुल 81 कोरोना संक्रमित मरीज थे , जिसमें से 45 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं, शेष सभी मरीजों को कोरोना दवा किट उपलब्ध करा कर उसका सेवन शुरू करा दिया गया है। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और मितानिनों ने यह भी कहा कि लक्षण दिखते ही दवा का सेवन शुरू करने वाले मरीजों की स्थिति ना तो गंभीर हो रही है ना ही उनका ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा है । मरीजों और उनके परिजनों को कोरोना दवा किट उपलब्ध कराने के साथ ही उन्हें संक्रमण से बचने के उपायों के साथ साथ गर्म पानी का सेवन, भाप लेने और काढ़ा सेवन की भी समझाईश दी जा रही है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान राजनांदगांव जिले के मानपुर , बेमेतरा जिले के साजा , दुर्ग जिले के पाटन, बालोद जिले के डौंडीलोहारा , बलौदा बाजार- भाटापारा जिले के पलारी, महासमुंद जिले के बागबाहरा, गरियाबंद, रायपुर के अभनपुर सहित अन्य ग्रामीण इलाकों के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं मितानिनों ने अपने-अपने गांवों में कोरोना संक्रमण की स्थिति, संक्रमितों के उपचार एवं लक्षण वाले मरीजों को कोरोना दवा किट के वितरण की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वास्थ्य कर्मियों एवं मितानिनों को संबोधित करते हुए कहा कि संकट की घड़ी में आप सब बहुत ही जिम्मेदारी के साथ मरीजों की सेवा में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि देश- दुनिया में कोरोना महामारी के चलते बड़ी विषम परिस्थिति निर्मित हुई है । छत्तीसगढ़ ट्रेजय में इस बीमारी से लोगों की जान बचाने के लिए चिकित्सकों और स्वास्थ्य अमले के साथ साथ अब मितानिन बहनें भी सेवा कार्य में जुटी हुई हैं । मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति गंभीर स्थिति में न पहुंचे, इसको ध्यान में रखकर ही छत्तीसगढ़ सरकार ने लक्षण वाले मरीजों को तत्काल दवा उपलब्ध कराने के लिए कोरोना दवा किट की उपलब्धता आप सब के माध्यम से गांव-गांव में सुनिश्चित की है। उन्होंने कहा कि आप सब के प्रयासों से इसका सार्थक परिणाम भी देखने और सुनने को मिल रहा है । राज्य में कोरोना मरीजों की रिकवरी में तेजी आई है। बीमारी को गंभीर होने से रोकने में भी मदद मिली है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य में कोरोना के रोकथाम के लिए हर संभव उपाय किए जा रहे हैं। राज्य में दवा ,आईसीयू और ऑक्सीजन बेड आदि की कमी नहीं है । उन्होंने कहा कि बीते एक सप्ताह में संक्रमितों को तत्काल चिन्हित कर उन्हें दवा देने और उसका सेवन शुरू कराने में आप सब ने जिस समर्पण और सेवाभाव से काम किया है ,यह उसी का परिणाम है। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि आप सब की मेहनत से हम कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को भी परास्त करने में सफल होंगे । वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्य सचिव अमिताभ जैन अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी उपस्थित थे।